Dhanbad News : धन से आबाद धनबाद को गरीब और बदसूरत क्यों कर रहे हो सरकार

प्रभात संवाद की कड़ी में प्रभात खबर के धनबाद कार्यालय में हुआ शहर के प्रसिद्ध उद्यमियों का जुटान, सबकी थी एक ही चिंता, तो सबका था एक ही सवाल

By Prabhat Khabar News Desk | January 7, 2025 1:32 AM
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जनसरोकार को लेकर प्रभात खबर हमेशा से मुखर रहा है. कोई भी मुद्दा हो प्रभात खबर ने कंधे से कंधा मिला कर शहर के साथ काम किया है. इसी को लेकर वर्ष 2025 के शुरुआत से ही शहर के विभिन्न वर्ग के प्रबुद्ध लोगों के साथ विमर्श का दौर जारी है. इस कड़ी में सोमवार छह जनवरी को प्रभात खबर के कार्यालय में जिले के ख्यातिलब्ध उद्यमियों का जुटान हुआ. इसमें शामिल हुए चेंबर सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि. इस मौके पर सबने खुल कर अपनी बात रखी, तो इस बात पर चिंता भी जाहिर की कि धनबाद विकास के पथ पर अग्रसर होने की जगह पिछड़ रहा है. यहां के कोयले के बल दूसरे इलाके तो समृद्ध हो रहे हैं, पर धनबाद के हिस्से प्रदूषण, बेकारी और परेशानी ही आ रही है. आज भी यह शहर सामान्य नागरिक सुविधाओं से वंचित है. इस वजह से यहां नौजवान रहना नहीं चाहते, तो चिकित्सक काम करने के लिए आना नहीं चाहते. पुराने और स्थापित बाजार हैं, तो वहां भी सुविधाओं की घोर कमी. विकास की योजनाएं तो बनती हैं, पर उनको अमलीजामा पहनाने वाले ही उसकी धज्जियां उड़ा देते हैं. जानें किसने क्या कहा और कौन से मुद्दे सामने आये……

जिन पांच मुद्दों का तत्काल चाहिए निदान

1. बाजार में शौचालय की हो व्यवस्था

2. जाम की समस्या से मिले निजात

3. शहर की सफाई और चौकों का सुंदरीकरण हो

4. भय और भ्रष्टाचारमुक्त धनबाद चाहिए

5. बालू और जमीन की समस्या से बिल्डरों को मिले मुक्ति

जो दर्द उभर कर सामने आया

– शहर के चौक-चौराहों की दुर्दशा दूर हो

– शहर में हरियाली की कमी दूर हो

– सरायढेला को जाम का नया केंद्र ना बनने दें

– दहशत में क्यों रहें कारोबारी

– जाम के कारण शहर दो भागों में बंट गया

– वायु प्रदूषण से निजात मिले

जो सुझाव आये

– रंगा टांड़ चौक का डायमीटर तीन मीटर कम किया जाये

– हथियार के लाइसेंस के लिए दिये गये आवेदन पर जल्द हो विचार

– विकास कार्यों की फाइलें तेजी से मूवमेंट करें- बिरसा मुंडा पार्क की कमाई का एक हिस्सा उसके विकास पर खर्च हो

खुद के लिए भी सुझाव दिये

संवाद में सबका मानना था कि जनसरोकार के मुद्दे पर सभी संगठनों को एक मंच पर आना होगा. अगर सभी मिल कर काम करें, तो हर समस्या का समाधान होगा. सबका मानना था कि अगर एक होकर काम हो तो कुछ भी संभव है.

व्यवसायियों ने कहा :केंद्र व राज्य सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व धनबाद देता है. इसके बावजूद धनबाद के साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है. पार्किंग, ट्रैफिक जाम से धनबाद की जनता जूझ रही है. गया पुल के पास नया अंडरपास का काम अब तक धरातल पर नहीं उतरा. आर्म्स लाइसेंस पेंडिंग है, सुरक्षा के दृष्टिकोण से जिला प्रशासन जल्द रिलीज करना चाहिए.

चेतन गोयनका,

अध्यक्ष जिला चेंबर

झारखंड में सबसे ज्यादा राजस्व देनेवाला जिला धनबाद है. उसके अनुसार धनबाद में सुविधाएं नहीं है. बड़ी-बड़ी कंपनियां अपना सीएसआर फंड बाहर जाकर खर्च करती हैं. कंपनियां अपना सीएसआर फंड यहां खर्च करे. सुरक्षा बड़ा मुद्दा बन गया है. व्यापारी निर्भिक होकर व्यवसाय करें, इसके लिए प्रशासन को ठोस पहल करनी चाहिए.

विनय सिंह,

अध्यक्ष जिला बिल्डर एसोसिएशनशहर की सुंदरता, स्वच्छता और संरचना में सरकार और निजी क्षेत्र का सामूहिक योगदान एक सशक्त और विकसित शहर का निर्माण कर सकता है. सरकारी योजनाओं और निजी निवेश के बीच संतुलन और सहयोग ही किसी शहर को उसकी विशिष्ट पहचान देता है. किसी शहर की पहचान उसके स्वरूप से ही परिलक्षित होती है.

मनोज मोदी,

सचिव क्रेडाई शहर का व्यवस्थित सौंदर्यीकरण केवल इसकी सुंदरता बढ़ाने का माध्यम नहीं, बल्कि शहर की पहचान और संस्कृति का प्रतीक भी है. ऐसा वातावरण तैयार किया जाये, जिससे शहर में आने वाला हर व्यक्ति एक सकारात्मक अनुभव लेकर जाये. बेहतर सड़क, हरित क्षेत्र, साफ-सुथरे सार्वजनिक स्थलों और व्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था से शहर की छवि सुधरेगी.

मिट्ठू सरिया,

व्यवसायीशहर हमारा साफ सुथरा हो. शहर सुंदर दिखे. रोड के किनारे जो फुटपाथ लगता है, उसे व्यवस्थित तरीके से बसाने के लिए वेंडिंग जोन बना है. नगर निगम की ओर से एक-दो बार अभियान चलाकर फुटपाथ से अतिक्रमण हटाया जाता है. इसके बाद नगर निगम का अभियान बंद हो जाता है. फुटपाथ दुकानों के कारण शहर में ज्यादा कचरा दिखता है.

संजय सिंह

, बिल्डरशहर का रास्ता साफ सुथरा व दोनों तरह हरियाली होनी चाहिए. जाम रहने से शहर की बदनामी होती है. एलिवेशन अच्छा होगा, तो शहर खूबसूरत दिखेगा. दुबई जैसे देशों में बड़ी-बड़ी बिल्डिंग दिखायी जाती है. हम बिल्डरों को भी हाई रेंज बिल्डिंग के बारे में सोचने की आवश्यकता है. रियल एस्टेट को उद्योग का दर्जा मिलना चाहिए. इससे शहर का विकास होगा.

अनिल सिंह,

महासचिव, बिल्डर एसो. मार्केट एरिया में पार्किंग की बहुत बड़ी समस्या है. मार्केट एरिया में शौचालय नहीं है. इस कारण ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. नगर निगम की ओर से हर मार्केट में पार्किंग की व्यवस्था होनी चाहिए. पार्किंग के कारण शहर बदनाम है, जो ग्राहक खरीदारी करने आते हैं, उन्हें गाड़ी लगाने में परेशानी होती है.

विनोद अग्रवाल,

पूर्व सचिव पार्क मार्केट चेंबरशहर की जनता जाम की समस्या से जूझ रही है. धनबाद की लाइफ लाइन बैंकमोड़ फ्लाईओवर का मेंटेनेंस का काम चल रहा है. अगर यह बंद होता है, तो धनबाद ठहर जायेगा. बैंकमोड़ फ्लाइओवर का ट्रैफिक बंद करने के पहले प्रशासन को मटकुरिया ओवरब्रिज का काम जल्द से जल्द पूरा करना चाहिए. गया पुल अंडरपास भी बनना चाहिए.

मोहन अग्रवाल,

होटल एसोसिएशनशहर जाम से जूझ रहा है. पार्किंग की समस्या है. इसके साथ गंदगी की भी समस्या है. नगर निगम का बैंकमोड़ का मल्टी पार्किंग बनकर तैयार है. लेकिन अब तक चालू नहीं किया गया. नगर निगम सिर्फ कागज पर काम करता है. निगम के अधिकारी सुधर जायें, तो शहर में न तो ट्रैफिक की समस्या रहेगी और न ही गंदगी की.

विकास कंधवे,

महासचिव, जिला खाद्यान्न व्यवसायी संघ

झारखंड में सबसे ज्यादा राजस्व देनेवाला जिला धनबाद है. बावजूद यहां सुविधा कुछ नहीं है. सरकार मंईयां सम्मान योजना में लगी है. धनबाद के विकास पर प्रशासन का भी ध्यान नहीं है. हर तरफ भ्रष्टाचार है. ट्रैफिक पुलिस वसूली में लगी रहती है. पुलिस की मंशा सिर्फ वसूली की होती है. व्यवस्था सुधारने की दिशा में पहल नहीं करती है.

विनोद गुप्ता,

अध्यक्ष, जिला खाद्यान्न व्यवसयी संघनगर निगम की मानसिकता सिर्फ कमाना है. विकास की चिंता नहीं है. शहर का सबसे बड़े बिरसा मुंडा पार्क की स्थिति काफी खराब हो गयी है. मात्र दो माह में पार्क से जितना राजस्व आता है, उससे एक साल तक पार्क का अच्छे से मेंटेनेंस हो सकता है, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया जाता है. रांगाटांड़ के चौराहे का तीन मीटर डायामीटर कम होना चाहिए.

अजय नारायण लाल,

महासचिव, जिला चेंबररियल एस्टेट को उद्योग का दर्जा मिलना चाहिए. रियल एस्टेट से दर्जनों छोटे-छोटे इंडस्ट्रीज भी जुड़े हैं. रियल एस्टेट से हजारों लोगों का परिवार चलता है. सरकार की गलत नीति के कारण बिल्डरों की स्थिति खराब हो गयी है. पांच सालों से बालू की नीलामी नहीं हुई. ब्लैक में बालू खरीदना पड़ रहा है. गैरआबाद जमीन की रजिस्ट्री नहीं होने से कई प्रोजेक्ट फंसे हुए हैं.

अशोक पांडेय,

बिल्डरधनबाद में वायु प्रदूषण सबसे बड़ी समस्या है. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. बीसीसीएल को इसपर काम करना चाहिए, ओबी पर पेड़ लगाया जाना चाहिए. धनसार क्षेत्र में दो बड़े होटल आ गये है. वहां इतना प्रदूषण हो रहा है, रहना मुश्किल है. वायु प्रदूषण रोकने के लिए सरकार की ओर से करोड़ों खर्च किये जा रहे हैं, लेकिन लाभ नहीं दिख रहा.

संजय सिंह,

ट्रांसपोर्टर

शहर के प्राय: मार्केट कॉम्प्लेक्स में पब्लिक टॉयलेट नहीं है. धनबाद का बड़ा होलसेल मार्केट रांगाटांड़ में हर दिन करोड़ों का कारोबार होता है. इतनी बड़ी मार्केट में एक भी शौचालय नहीं है. शौचालय की समस्या के कारण महिला ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. पार्किंग भी यहां विकराल समस्या बन गयी है. इसका समाधान हो.

श्याम गुप्ता,

कोषाध्यक्ष, जिला चेंबरधनबाद की लाइफ लाइन बैंकमोड़ फ्लाईओवर है. बैंक मोड़फ्लाइओवर का मेंटेनेंस का काम चल रहा है. ट्रैफिक बंद करने से पूरा शहर ठहर जायेगा. मेंटेनेंस के दौरान कम से कम छोटी गाड़ियों का आवागमन जारी रहना चाहिए. मटकुरिया फ्लाइओवर बनने के बाद ही बैंकमोड़ फ्लाइओवर का रिपेयरिंग का काम हो तो बेहतर रहेगा.

प्रमोद अग्रवाल,

कोषाध्यक्ष, बिल्डर एसो. धनबाद का विकास हुआ है. नयी-नयी कॉलोनियां बनी है और बन भी रही है. इस हिसाब से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप नहीं हुआ है. प्रशासन को इस पर ध्यान देन चाहिए. हम सभी को मिलकर धनबाद के विकास के लिए सोचना चाहिए. सरकार को बालू घाट की नीलामी पर पहल करनh चाहिए. पांच साल से हम बिल्डर ब्लैक में बालू खरीद रहे हैं.

आलोक झा,

बिल्डरमोदी सरकार ने स्वच्छ भारत का परिकल्पना की. खुले में शौच न जायें, इसके लिए सरकार ने व्यक्तिगत, मॉड्यूलर शौचालय बनवाये, लेकिन आज स्थिति यह है कि एक भी मॉड्यूलर शौचालय नहीं चल रहा है. नगर निगम की उदासीनता के कारण आज शौचालय की यह स्थिति है. रियल एस्टेट पर सरकार का ध्यान नहीं है.

संप्पू सिंह,

बिल्डरधनबाद के विकास पर ध्यान नहीं दिया गया. पिछले पांच साल से फाइलें घूमती रही. धनबाद को टापू बना दिया गया. हर तरफ भ्रष्टाचार है. नक्शा पास कराने में 15 से 20 रुपये वर्गफीट की दर से घूस देना पड़ता है. इसको रोकने के लिए जन आंदोलन की आवश्यकता है.

प्रेम गंगेसरिया,

सचिव मोटर डीलर एसोबैंक मोड़ क्षेत्र में ग्राहकों के लिए शौचालय की व्यवस्था नहीं है. धनबाद में जाम की समस्या से निबटने के लिए फ्लाइओवर का जाल होना चाहिए. व्यापार को सुगम करने के लिए ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण होना चाहिए. वेयर हाउस के लिए सरकार को व्यापारियों का सहयोग करना चाहिए .

लोकेश अग्रवाल,

महासचिवभयमुक्त धनबाद होना चाहिए. आज अपराध के कारण धनबाद की प्रगति रूक सी गयी है. अपराधी मुक्त, भय मुक्त धनबाद होगा, तभी शहर तेजी से प्रगति करेगा और रोजगार बढ़ेगा. शहर में कचरा है, तो अपराधी. यह साफ होगा तो धनबाद अपने आप चमकने लगेगा.

हरीश सिंह,

व्यवसायीशहर जाम से जूझ रहा है. प्रशासन को मिशन के रूप में काम करने की आवश्यकता है. जहां फ्लाईओवर की आवश्यकता है, वहां फ्लाईओवर, जहां सड़क चौड़ीकरण की आवश्यकता है, वहां चौड़ीकरण का काम होना चाहिए. धनबाद को जाम मुक्त के होना चाहिए.

प्रभात सुरोलिया,

पूर्व अध्यक्ष, बैंकमोड़ सरायढेला में जबरदस्त जाम की समस्या है. एसएनएमएमसीएच जाने के लिए एंबुलेंस रेंग कर चलती है. रोड पर पार्किंग के कारण यह समस्या हो रही है. प्रशासन को यहां पार्किंग के लिए अलग से व्यवस्था करनी चाहिए ताकि जाम की समस्या से निजात मिल सके.

श्रवण सिन्हा,

अध्यक्ष सरायढेला चेंबरपार्क मार्केट क्षेत्र में न तो पार्किंग की व्यवस्था है और न ही शौचालय की. विवेकानंद चौक के पास शौचालय बना था, जो खंडहर हो गया. नगर निगम की ओर से कई बार शौचालय के लिए प्राक्कलन तैयार किया गया, लेकिन आज तक नहीं बना. हटिया मोड़ से बरमसिया तक जानेवाली सड़क का भी चौड़ीकरण होना चाहिए.

संजीव चौरसिया,

अध्यक्ष, पार्क मार्केट चेंबरबैंकमोड़ मार्केट में पार्किंग की बहुत बड़ी समस्या है. मार्केट एरिया में एक भी पब्लिक शौचालय नहीं है. इस कारण ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ट्रैफिक जाम से शहर जूझ रहा है. इसपर प्रशासन की ओर से अब तक सकारात्मक पहल नहीं की गयी.

प्रमोद गोयल,

अध्यक्ष, बैंकमोड़ चेंबर

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