Dhanbad News : एसएनएमएमसीएच में दो मरीजों की हुई सिमेंट लेस टोटल हिप सर्जरी
Dhanbad News :पहली बार एक सप्ताह में चार मरीजों का टोटल नी-रिप्लेसमेंट व दो की सिमेंटेड टोटल हिप सर्जरी
Dhanbad News : शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में पहली बार एक लाख 700 रुपये के पैकेज में दो मरीजों की सफल सिमेंट लेस टोटल हिप सर्जरी कर चिकित्सकों ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है. अस्पताल के ऑर्थों विभाग के एचओडी डॉ डीपी भूषण के नेतृत्व में डॉ वीपी सिन्हा, डॉ सुनील कुमार, डॉ राहुल चौहान, डॉ यश सिंह व डॉ अमित कुमार इस जटिल ऑपरेशन का हिस्सा बने.
गिरिडीह व साहेबगंज के रहने वाला हैं मरीज :
गिरिडीह के गादी श्रीरामपुर के रहने वाले गेंदो भगत(61) व साहेबगंज के बरहेट के रहने वाले छोटू बाबूलाल (64) का सिमेंट लेस टोटल हिप सर्जरी की गयी. डॉ डीपी भूषण ने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत दोनों मरीजों की सर्जरी की गयी है. ऑपरेशन के बाद मरीज बिल्कुल स्वस्थ हैं. बताया कि एक सप्ताह के अंदर ऑर्थों विभाग में अन्य दो मरीजों की सिमेंटेड टोटल हिप रिप्लेंसमेंट सर्जरी, चार मरीजों का सफल टोटल नी-रिप्लेसमेंट सर्जरी की गयी. जमुआ की रहने वाली कुरैशी खातून व तोपचांची की रहने वाली नारायणी देवी का टोटल नी-रिप्लेसमेंट सर्जरी की गयी. 82,500 रुपये के पैकेज में मरीजों का टोटल नी-रिप्लेसमेंट सर्जरी हुई.क्या है सीमेंटेड और अनसिमेंटेड टोटल हिप रिप्लेसमेंट में अंतर
सीमेंटेड : इस प्रक्रिया में हड्डी और कृत्रिम जोड़ों (प्रोस्थेसिस) को जोड़ने के लिए विशेष सीमेंट (मिथाइल मेथाक्रायलेट) का उपयोग किया जाता है. इस कारण प्रोस्थेसिस तुरंत स्थिर हो जाती है. इससे मरीज जल्दी चल-फिर सकते हैं. यह विधि उन मरीजों के लिए उपयुक्त होती है, जिनकी हड्डियां कमजोर होती हैं.अनसीमेंटेड : इस प्रक्रिया में प्रोस्थेसिस को विशेष रूप से डिजाइन किया जाता है, ताकि यह हड्डी धीरे-धीरे बढ़े और स्वाभाविक रूप से स्थिर हो. इसमें प्रोस्थेसिस की स्थिरता हड्डी की प्राकृतिक वृद्धि पर निर्भर करती है. इसमें कुछ समय लगता है. यह विधि उन मरीजों के लिए उपयुक्त होती है, जिनकी हड्डियां स्वस्थ और मजबूत होती हैं. जैसे युवा और मध्यम उम्र के लोग.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है