आइआइटी आइएसएम के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गयh है. संस्थान में सोमवार से हेक्सगन इंडिया द्वारा स्थापित सेंटर फॉर एक्सीलेंस का उद्घाटन पद्म भूषण डॉ वीके सारस्वत ने किया. इस सेंटर नाम टेक्समिन-हेक्सागॉन सेंटर फॉर डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन एंड एक्सीलेंस इन माइनिंग एंड मॉनिटरिंग है. टेक्समिन के परियोजना निदेशक प्रो. धीरज कुमार ने खनन 4.0 युग की नींव रखने की प्रतिबद्धता जतायी. कहा : यह सहयोग भारत को तकनीकी-संचालित खनन में वैश्विक नेता बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इस मौके आइआइटी आइएसएम के बीओजी के अधयक्ष प्रो प्रेम व्रत, निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा, प्रो धीरज कुमार, टेक्समिन के सीइओ सूरज प्रकाश के साथ संस्थान के सभी अधिकारी मौजूद रहेंगे.वहीं हेक्सागॉन इंडिया की ओर से सीइओ प्रमोद कौशिक, निदेशक मनोज शर्मा के साथ कंपनी के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.
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शिक्षकों के लिए ”नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम” शुरू
आइआइटी आइएसएम में ”मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम” के तहत ”नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम” का उद्घाटन हुआ. इसका उद्देश्य शिक्षकों में नेतृत्व कौशल का विकास करना है. कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के उप निदेशक प्रो धीरज कुमार की उपस्थिति में एफडीसी कॉन्फ्रेंस हॉल-1 में हुआ. उन्होंने शिक्षा में शिक्षक प्रशिक्षण के महत्व और ऐसे कार्यक्रमों की भूमिका पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम की समन्वयक प्रो मृणालिनी पांडेय ने शिक्षकों और शैक्षणिक नेताओं के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया. इस पहल में बीएचयू वाराणसी, इएफएलयू हैदराबाद, आइआइटी जोधपुर, और गुजरात प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय जैसे प्रमुख संस्थानों के प्रतिभागी शामिल हुए. यह कार्यक्रम शिक्षकों की नेतृत्व क्षमता विकसित कर राष्ट्रीय विकास और शैक्षिक नवाचार को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है