सभी बच्चों को शक्तिपुंज एक्सप्रेस से झालदा ले जाने की तैयारी, बच्चों में छह नाबालिग व चार बालिग, सभी यूपी व एमपी के रहने वाले धनबाद रेलवे स्टेशन पर चाइल्ड लाइन की टीम ने बुधवार को रेस्क्यू अभियान चलाया. इस दौरान 10 बच्चों को मुक्त कराया गया. मुक्त कराये गये बच्चों में छह नाबालिग व चार बालिग बच्चे शामिल हैं. पीड़ितों ने बताया कि वे सभी सिंगरौली व सोनभद्र के रहनेवाले हैं. सभी बच्चों को मानव तस्कर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले के झालदा लेकर जा रहे थे. सभी शक्तिपुंज ट्रेन के इंतजार में प्लेटफॉर्म नंबर एक पर सोये हुए थे. इसी दौरान चाइल्ड लाइन की टीम पहुंची. बच्चों ने बताया कि मनसाराम अगाड़िया नामक एक तस्कर उन लोगों को लेकर जा रहा था. बच्चों को ले जाने की सूचना सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी को मिली और उन्होंने अपनी टीम के लोगों को अलर्ट किया. आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार भी मौके पर पहुंचे. सभी बच्चों को मानव तस्कर से मुक्त कराया. चार बालिग को वहीं से मुक्त कर दिया गया, जबकि छह नाबालिग बच्चों को चिकित्सकीय परीक्षण के बाद बोकारो बाल गृह भेज दिया गया. सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष श्री मुखर्जी ने बताया कि सूचना उन्होंने डीएलएसए सचिव राकेश रौशन समेत अन्य अधिकारियों को दी है. बच्चों ने बताया कि उन लोगों से 14 घंटे काम लिया जाता था. इस दौरान तीन बच्चे बीमार पड़ गये थे. उनका इलाज भी नहीं कराया कराया. तीनों का धनबाद में इलाज कराया गया.
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