संवाददाता, धनबाद,
जिले में एक तरफ जिले के मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों की कक्षाएं शुरू हो गयी है, तो दूसरी तरफ से अभिवंचित वर्ग के बच्चों का नामांकन प्रक्रिया में ही फंसा हुआ है. ऐसे में आशंका है कि बीपीएल कोटा से नामांकन लेने वाले बच्चों की पढ़ाई न प्रभावित हो जाये. नामांकन प्रक्रिया पूरी नहीं होने की मुख्य वजह से कर्मियों की कमी. फिलहाल बीपीएल कोटा से नामांकन के लिए जियो टैगिंग का काम चल रहा है. इस कार्य को पांच मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. जियो टैगिंग और प्रमाण पत्रों की जांच पूरी होने के बाद चयन सूची तैयार की जायेगी.फरवरी माह से चल रही प्रक्रिया :
जिला में आरटीइ के तहत नामांकन की प्रक्रिया फरवरी माह से ही शुरू कर दी गयी थी. जिले के 75 मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के 25 प्रतिशत सीटों पर अभिवंचित वर्ग के बच्चों का नामांकन होना है. इनके लिए 780 सीटें हैं. मार्च में नामांकन के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. इसके बाद से ही जियो टैगिंग की प्रक्रिया चल रही है.क्या होगी परेशानी :
निजी विद्यालयों में अप्रैल माह से नये कक्षाओं में पढ़ाई शुरू हो चुकी है. बाद में बीपीएल बच्चों का नामांकन लेने से का असर उनकी पढ़ाई पर पड़ेगा. निजी विद्यालयों में जिन विषयों की पढ़ाई आगे बढ़ चुकी है, उसकी पढ़ाई कर रहे बच्चों को भी सिलेबस पूरा करने में परेशानी होगी. क्योंकि स्कूलों को बीपीएल बच्चों के लिए हो चुकी पढ़ाई को पुन: करानी होगी.वर्जन
जियो टैगिंग का काम चल रहा है. इसे पूरा करने के बाद आगे की प्रक्रिया की जायेगी. प्रक्रिया को जल्द पूरा कराने की पहल की गयी है.भूतनाथ रजवार,
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