dhanbad news. बंदी को ले एटक समर्थक व आउटसोर्सिंग के लोगों के बीच नोकझोंक
आउटसोर्सिंग को ले दो पक्षों में झड़प हो गयी.
ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी उनकी जमीन पर चल रही है, लेकिन नियोजन व मुआवजा को लेकर टाल-मटोल किया जाता है.
dhanbad news. सिजुआ क्षेत्र की तेतुलमारी कोलियरी में संचालित चेन्नई राधा प्रालि के लीज होल्डर एलएलपी आउटसोर्सिंग में गुरुवार को नियोजन की मांग को लेकर बंदी करने गये एटक समर्थक व इसका विरोध कर रहे आउटसोर्सिंग कंपनी के लोगों के बीच नोक-झोंक हुई, चंदौर के ग्रामीणों ने एटक के बैनर तल आउटसोर्सिंग स्थल पहुंचकर काम ठप कर दिया. ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी उनकी जमीन पर चल रही है, लेकिन नियोजन व मुआवजा को लेकर टाल-मटोल किया जाता है. आंदोलन के आधा घंटा बाद आउटसोर्सिंग कंपनी के समर्थक मौके पर पहुंचे और काम चालू करने का प्रयास किया. आउटसोर्सिंग समर्थकों का कहना है कि कंपनी ने चंदौर बस्ती के लोगों को नियोजन दिया है. इस बात को लेकर एटक समर्थक व आउटसोर्सिंग समर्थक में नोकझोंक हुई. लेकिन कुछ लोगों द्वारा समझाने के बाद दोनों पक्ष शांत हो गये. आंदोलन में शेखर वर्मा, अनिल वर्मा, दीपू वर्मा, प्रशांत वर्मा, बिगन वर्मा, संजीत बाउरी, विकास बाउरी, उपेंद्र वर्मा, अमित वर्मा आदि शामिल थे.शांतिपूर्वक किया जा रहा था आंदोलन
शेखर वर्मा व धर्मेंद्र वर्मा ने कहा कि हमलोग शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे थे. इसी बीच कंपनी के समर्थक मारपीट पर उतारू हो गये. इधर, इस मामले में तेतुलमारी थानेदार सत्येंद्र यादव ने कहा कि आउटसोर्सिंग प्रबंधक ने बंद समर्थकों के खिलाफ शिकायत की है, जिसकी जांच चल रही है. दूसरी ओर आउटसोर्सिंग कंपनी के कमरान रिजवी ने कहा कि चंदौर बस्ती के लोगों को तीन महीने पहले 12 तथा उससे पहले 13 कुल 25 लोगों को नियोजन दिया जा चुका है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है