गंगा सतलज का कोच अटेंडेंट चुरा रहा था यात्रियों का मोबाइल, पकड़ा गया
धनबाद रेल मंडल के सीनियर डीइएन का मोबाइल समेत तीन मोबाइल बरामद, कोच में यात्रा कर रहे यात्री के मोबाइल चोरी के बाद हुआ खुलासा
संवाददाता, धनबाद,
गंगा सतलज के कोच अटेंडेंट और कर्मी मिल कर मोबाइल की चोरी करते थे. इसका खुलासा तब हुआ जब ट्रेन संख्या 13308 गंगा-सतलज एक्सप्रेस के ए-3 कोच में सफर कर रहे यात्री का मोबाइल गया स्टेशन के पास चोरी हो गया. यात्रियों को कोच अटेंडेंट पर शक हुआ और उन लोगों ने उसे धनबाद यार्ड तक पकड़े रखा. मामले की जानकारी मिलने पर कमांडेंट अनुराग मिंज को मिलने के बाद आरपीएफ के उप-निरीक्षक आभाषचंद्र सिंह, उप-निरीक्षक शाहिना इस्लाम, आरक्षी प्रविंद कुमार, आरक्षी अनिल कुमार तथा सीआइबी धनबाद के अधिकारी व स्टाफ तत्काल धनबाद रेलवे यार्ड पहुंचे. वहां उन लोगों ने कोच अटेंडेंट कन्हैया कुमार साव और विकास कुमार पासवान को पकड़ लिया. दोनों चिरकुंडा के रहने वाले हैं. पूछताछ होने के बाद कोच में छुपा कर रखे गये तीन मोबाइल बरामद किये गये. जांच में पाया गया कि इसमें से एक मोबाइल धनबाद रेल मंडल के सीनियर डीइएन प्रवीण आनंद का था. वह इसी ट्रेन के एच वन कोच के सी-9 बर्ड पर सफर कर रहे थे.रूड़की से धनबाद आ रहा था :
रूड़की का शहजाद अपने पहचान वाले अशोक और रमनजीत के साथ गंगा-सतलज से धनबाद आ रहा था. अशोक ने बताया कि कोच अटेंडेंट बार-बार उसके पास आकर चादर हटा रहा था. इससे उसकी नींद खुल गयी. बाद में पता चला कि शहजाद का मोबाइल चोरी हो गया है. उस वक्त ट्रेन गया स्टेशन पार कर रही थी. उन्हें कोच अटेंडेंट पर संदेह हुआ. ट्रेन के धनबाद स्टेशन आने पर उसने मामले की शिकायत जीआरपी से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद कोच अटेंडेंट भागे नहीं इसके लिए तीनों यार्ड तक चले गये.सीनियर कमांडेंट तक पहुंचा मामला :
सीनियर कमांडेंट अनुराग मिंज को जीटा के महासचिव राजीव शर्मा ने फोन कर मामले की जानकारी दी. तीनों लोग उनके पहचान वाले थे. इसके बाद आरपीएफ जवान यार्ड पहुंचे. वहां दोनों कोच अटेंडेंट को पकड़ कर उनसे पूछताछ की गयी. पूछताछ के बाद एसी कोच की तलाशी ली गयी, तो वहां मौजूद तीन मोबाइल पाया गया. इसमें शहजाद का मोबाइल भी शामिल था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है