कोयला कारोबारी व पुत्र का अपहरण कर मांगी पांच करोड़ फिरौती, नौ घंटे बाद महुदा में छोड़ा

गोविंदपुर के कुरची मोड़ पर एसयूवी सवार चार अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम, पिता-पुत्र को छोड़ने से पहले की मारपीट व लूटपाट, दो अपराधी गिरफ्तार, दो फरार

By Prabhat Khabar News Desk | July 21, 2024 2:38 AM

एसयूवी सवार चार अपहर्ताओं ने शनिवार की सुबह 10 बजे गोविंदपुर थाना क्षेत्र के कुरची मोड़ से कोयला कारोबारी रंजीत शर्मा (35) और उनके चार वर्षीय पुत्र ऋषभ का अपहरण कर लिया. अपहर्ताओं ने ने रंजीत से पांच करोड़ रुपये की मांग की. यही नहीं, कारोबारी के फोन से उनके दोस्तों को फोन कर पांच करोड़ फिरौती मांगी, जिसे देने में उनलोगों ने असमर्थता जतायी. करीब नौ घंटे बाद शाम सात बजे रंजीत शर्मा से मारपीट व लूटपाट कर अपराधियों ने पिता-पुत्र को महुदा ले जाकर छोड़ दिया. इधर, परिजनों से मिली शिकायत के बाद गोविंदपुर पुलिस की सूचना पर तेतुलमारी पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर थाना क्षेत्र के रंगरीटांड़ व नगरीकला के समीप स्थित स्पाइस विला होटल में छापेमारी की. होटल से एक अपहर्ता पकड़ा गया. वहीं दूसरा सुभाष चौक से गिरफ्तार हुआ. दोनों अपराधियों को गोविंदपुर थाना पुलिस को सौंप दिया गया है. दो अपराधी फरार हो गये. तेतुलमारी थानेदार लव कुमार चौधरी ने बताया कि होटल के समीप खड़े वाहन पर नजर पड़ते ही अंदर छापेमारी की गयी. एक अपराधी पुलिस को देख अपने मोबाइल का सीम निकालकर खिड़की के बाहर झाड़ी में फेंक दिया. जब पुलिस ने पकड़े गये अपराधी से कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने सारा कुछ सच-सच बता दिया.

चार साल के बेटे को लेकर गेहूं पिसवाने निकले थे रंजीत शर्मा :

रंजीत अपने पुत्र के साथ सुबह नौ बजे गोविंदपुर बाजार गेहूं पिसवाने गये थे. लौटने के क्रम में अपराधियों ने उनकी बाइक रोकी और पिता-पुत्र का अपहरण कर लिया. इसकी सूचना मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को दी. रंजीत शर्मा की पत्नी रानी शर्मा ने गोविंदपुर थाना में पति एवं बेटे के अपहरण की लिखित सूचना दी. डीएसपी शंकर कामती व पुलिस इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद ने कुरची मोड़ घटनास्थल पर जाकर छानबीन की. रानी शर्मा ने कहा कि पुलिस जब छानबीन करने के लिए घर पहुंची, तो उन्हें अपहरण की सूचना मिली. वे लोग लगातार रंजीत शर्मा के मोबाइल पर फोन कर रहे थे, पर फोन बंद मिला. अपराह्न 4:17 पर जब कॉल रिसीव हुआ, तो अपहर्ताओं ने कहा कि घबराइए मत, वे लोग सीबीआइ वाले हैं. रंजीत शर्मा परिवार के साथ पिछले चार वर्ष से कुरची मोड़ पर घर बना कर रह रहे हैं. पहले पुलिस लाइन धनबाद में रहते थे. ये लोग मूलतः गया के रहने वाले हैं. झरिया के किसी कोयला व्यवसायी के साथ जुड़कर रंजीत शर्मा कोयला का काम करते हैं. रंजीत के पिता नरेश शर्मा झरिया में छोटा-मोटा काम करते हैं.

मोबाइल, घड़ी, चेन व अंगूठी लूट ली :

अपहर्ताओं द्वारा छोड़े जाने के बाद रंजीत ने एक ग्रामीण के मोबाइल से परिजनों से बात की. उन्हें बताया कि अपहर्ताओं ने मोबाइल, घड़ी, चेन व अंगूठी लूट ली है. उसके साथ मारपीट भी की है. अपहर्ता उनसे पहले पांच करोड़ की फिरौती मांग रहे थे. बाद में रंजीत के मोबाइल से उसके मित्रों से संपर्क कर फिरौती की राशि उपलब्ध कराने को कहा, परंतु रंजीत शर्मा व उनके मित्रों ने कहा कि ऐसी स्थिति नहीं है कि उसे पांच करोड़ रुपये दें. इस दौरान फिरौती की रकम घटाते गये. अंत में एक करोड़ रुपये पर जाकर अपहर्ता माने. रंजीत के छूटने की सूचना पर गोविंदपुर पुलिस उन्हें धनबाद स्टेशन से लेकर आयी. यहां उससे पूछताछ की जा रही है.

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