कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करे कोल कंपनियां : मंत्रालय

देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए कोयला मंत्रालय व कोल इंडिया प्रबंधन गंभीर है. मानसून के दौरान थर्मल पावर प्लांटों में कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कोयला मंत्रालय ने बीसीसीएल, इसीएल व सीसीएल समेत सभी सहायक कंपनियों को पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 2, 2024 1:00 AM

धनबाद. देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए कोयला मंत्रालय व कोल इंडिया प्रबंधन गंभीर है. मानसून के दौरान थर्मल पावर प्लांटों में कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कोयला मंत्रालय ने बीसीसीएल, इसीएल व सीसीएल समेत सभी सहायक कंपनियों को पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. कोयला मंत्रालय के मुताबिक वर्तमान में बिजली की अत्यधिक मांग के बावजूद थर्मल पावर प्लांटों में कोयले का स्टॉक 45 मीट्रिक टन से अधिक है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 30% अधिक है. यह स्टॉक 19 दिनों की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त है. मई 2024 के दौरान थर्मल पावर प्लांट के अंत में औसत दैनिक कमी केवल 10,000 टन प्रति दिन रहा है. कोयले की आपूर्ति के लिए सुचारू और पर्याप्त लॉजिस्टिक व्यवस्था सुनिश्चित करने से यह संभव हुआ है. मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मानसून के दौरान थर्मल पावर प्लांटों में कोयले की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कोल कंपनियां तैयार है. वहीं एक जुलाई को थर्मल पावर प्लांट में 42 मिलियन टन से अधिक कोयला उपलब्ध रखने की बात कही गयी है.

कोयला उत्पादन में आठ फीसदी की वृद्धि :

कोयला उत्पादन वृद्धि पिछले वर्ष की तुलना में आठ फीसदी से अधिक है. खदान के पिट-हेड पर स्टॉक 100 मीट्रिक टन से अधिक है. इसके परिणामस्वरूप बिजली क्षेत्र को पर्याप्त कोयला मिलता है. रेल मंत्रालय ने रेलवे रैक की दैनिक उपलब्धता पर 9 नौ की औसत वृद्धि सुनिश्चित की है. तटीय शिपिंग के माध्यम से निकासी में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गयी है. क्योंकि परंपरागत रूप से कोयले का परिवहन केवल पारादीप बंदरगाह के माध्यम से किया जा रहा था.

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