कोल इंडिया व इसीएल के अधिकारियों ने किया बंद वर्कशॉप का निरीक्षण
On Saturday, the team of Coal India and ICL Headquarters Sanktodiya inspected ICL's Barakar Engineering Workshop and Mugma Regional Workshop located at Nirsa, which were closed for three years.
तीन साल से बंद इसीएल बराकर इंजीनियरिंग व मुगमा रीजनल वर्कशॉप का कोल इंडिया व इसीएल के अधिकारियों ने किया निरीक्षण
फोटो है, 5 निरसा 8 में मुगमा इसीएल रीजनल वर्कशॉप का निरीक्षण करते कोल इंडिया के अधिकारी.इसीएल. दोनों वर्कशॉप को पीपीपी मोड पर चलाने की है योजनाजल्द कोल इंडिया प्रबंधन को रिपोर्ट सौंपेगी टीमप्रतिनिधि, निरसा/मुगमानिरसा स्थित तीन साल से बंद इसीएल के बराकर इंजीनियरिंग वर्कशॉप व मुगमा रीजनल वर्कशॉप का शनिवार को कोल इंडिया व इसीएल मुख्यालय सांकतोड़िया की टीम ने निरीक्षण किया. टीम में बीआर रेड्डी ( पूर्व प्रबंध निदेशक, एसइसीएल), टीके नाग (पूर्व प्रबंध निदेशक, एमसीएल), एसएम चौधरी (पूर्व निदेशक, वित्त), इसीएल मुख्यालय से सर्वेश कुमार (मुख्य महाप्रबंधक, एक्सकैवेशन), एस सक्सेना (जीएम, एक्सकैवेशन), पी मित्रा डीजीएम, रवि कुमार, अभिकर्ता अरुण कुमार, पीएम अशोक सिंह आदि थे. अधिकारियों ने बताया कि दोनों वर्कशॉप की कमियों को दूर कर उसे चालू करने की योजना है. दोनों वर्कशॉप की स्थिति की जांच कर रिपोर्ट कोल इंडिया प्रबंधन को सौंपी जायेगी.कोल इंडिया ने गठित की है तीन सदस्यीय टीमबराकर इंजीनियरिंग एंड फाउंड्री वर्कर्स तथा मुगमा रीजनल वर्कशॉप के भविष्य की संभावनाओं को तलाशने के लिए कोल इंडिया प्रबंधन ने तीन सदस्यीय टीम गठित की है. टीम ने शनिवार की दोपहर दोनों वर्कशॉप का निरीक्षण किया. अधिकारियों ने डीसी सेक्शन, फाउंड्री, ट्रांसमिशन सहित अन्य विभागों का जायजा लिया. अधिकारियों ने वर्कशॉप में मौजूद मशीनरी, रॉ मैटेरियल, सुरक्षा आदि की गहनता से जानकारी ली. इस संबंध में पूछे जाने पर अधिकारियों ने कुछ भी बताने से इंकार किया. सूत्रों का कहना है कि टीम निरीक्षण रिपोर्ट जल्द कोल इंडिया प्रबंधन को सौंपेगी. रिपोर्ट के आधार पर कोल इंडिया प्रबंधन दोनों वर्कशॉप को स्वयं चलाने या फिर आउटसोर्सिंग में देने पर विचार कर सकता है.
अप्रैल 2021 से बंद है इसीएल का सबसे बड़ा वर्कशॉपनिरसा स्थित बराकर इंजीनियरिंग इसीएल का सबसे बड़ा वर्कशॉप है. इसमें बड़ी-बड़ी मशीनों की मरम्मत के सारे संसाधन मौजूद है. इसमें इसीएल की भूमिगत खदानों में प्रयोग होने वाली भारी मशीनों की मरम्मत एवं निर्माण किया जाता है. मार्च 2021 में प्रबंधन ने खर्च में कटौती का प्रस्ताव लाते हुए इसीएल के पांच वर्कशॉप को बंद करने निर्णय लिया. इसमें बराकर इंजीनियरिंग भी शामिल था. अप्रैल 2021 से यह वर्कशॉप पूर्ण रूप से बंद है. बराकर वर्कशॉप में पुरानी मशीनों को नये रूप देने की क्षमता है. कर्मियों ने बताया कि बराकर इंजीनियरिंग वर्कशॉप में फाउंड्री, ट्रांसमिशन, पित्तल का बुस, डीसी मोटर, हाइड्रोलिक, सिलिंडर सहित अन्य कार्य होते थे. दोनों वर्कशॉप चालू होने से इसमें इसीएल के अलावा दूसरी कोल कंपनियों की मशीनों की मरम्मत तथा निर्माण किया जा सकता है. इससे इससे कंपनी को मुनाफा होगा.