नयी दिल्ली/धनबाद.
देश के खनन क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने को लेकर कोल इंडिया लिमिटेड, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (इंडियन स्कूल ऑफ माइंस) धनबाद और टेक्नोलॉजी इनोवेशन इन एक्सप्लोरेशन एंड माइनिंग फाउंडेशन(टैक्समिन) मिलकर काम करेंगे. इस बाबत गुरुवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किया गया. समझौते के तहत कोल इंडिया आइआइटी (आईएसएम) धनबाद और टैक्समिन को ””आइएमआइएन इनोवेशन ऑफ माइनिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर माइनिंग 4”” का गठन आइएसएम कैंपस में करने में मदद करेगा. यह सेंटर आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा. इस सेंटर का मकसद देश में खनन क्षेत्र में स्टार्टअप इकोसिस्टम, क्षमता विकास और नयी तकनीक को बढ़ावा देना होगा. खनन क्षेत्र में डिजिटल बदलाव लाकर इस क्षेत्र का समुचित विकास करना है. यह सेंटर साइबर फिजिकल सिस्टम आधारित तकनीक का प्रयोग करने के तरीके के अलावा खनन के आधुनिक तरीकों के बारे में भी सुझाव देगा. इससे खनन उत्पादन बढ़ने के साथ सुरक्षा के मानक बेहतर होंगे. इस मौके पर कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद ने कहा कि यह समझौता देश के खनन क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाने में सहायक होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है