कोल इंडिया : कोयले का उत्पादन एक अरब टन पहुंचने का अनुमान
भारत में बिजली की खपत में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और गर्मी बढ़ने के साथ ही इसमें और बढ़ोतरी होने की संभावना है
वरीय संवाददाता, धनबाद,
भारत में बिजली की खपत में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और गर्मी बढ़ने के साथ ही इसमें और बढ़ोतरी होने की संभावना है. पीक सीजन के दौरान भारत में बिजली की मांग रिकॉर्ड 250 गीगावॉट रहने की अनुमान है. भारतीय मौसम विभाग ने इस सीजन में सामान्य से ज्यादा गर्मी रहने की संभावना जतायी है. इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (आइइए) ने इस साल कोयले के उत्पादन में बढ़ोतरी का अनुमान जताया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल कोल इंडिया का पहली बार कोयले का उत्पादन एक अरब टन पहुंचने का अनुमान है. कोयला मंत्रालय की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कोल इंडिया के टॉप 50 पावर और नॉन-पावर बायर्स अगले दो साल में माइनिंग कंपनियों से कोयले की खरीदारी 20-58 प्रतिशत कम कर सकते हैं. हालांकि, कोयले की कुल मांग और खपत पहले जैसी रहने की संभावना है या इसमें और बढ़ोतरी हो सकती है. पिछले वित्तीय वर्ष के आंकड़ों के मुताबिक, कोल इंडिया ने अपने टॉप 100 बायर्स को 691.26 मिलियन टन कोयले की आपूर्ति की थी.श्रमशक्ति बजट में कटौती ना करें बीसीसीएल प्रबंधन : धकोकसं
धनबाद.
धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ (धकोकसं) के महामंत्री उमेश कुमार सिंह ने बीसीसीएल के डीपी मुरली कृष्ण रमैया को पत्र लिख कर श्रमशक्ति बजट में कटौती ना करने की मांग की है. श्री सिंह ने अपने पत्र के माध्यम से कहा : वर्ष 2023-24 के श्रमशक्ति बजट में कटौती की गयी थी. इस कारण कंपनी के कई श्रमिक पदोन्नति से वंचित रह गये थे. इस कारण श्रमिकों में असंतोष है. ऐसे में बीसीसीएल प्रबंधन कंपनी के सभी कोलियरियों, परियोजनाओं व समस्त वाशरियों में कार्यरत श्रमिकों को पदोन्नति देने के लिए वित्तीय वर्ष 2024-24 के श्रमशक्ति बजट में कटौती ना करते हुए समुचित बजट का प्रावधान करें, ताकि श्रमिकों में व्याप्त असंतोष दूर हो.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है