जिले में संचालित निजी अस्पताल, नर्सिंग होम व क्लीनिक की जांच होगी. सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने शनिवार को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिया है. इसके लिए तीन सदस्यीय चिकित्सकों की कमेटी बनायी गयी है. इसमें जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ रोहित गौतम, मलेरिया पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार व कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ मंजू दास शामिल है. शनिवार को जांच कमेटी को सीएस द्वारा जारी निर्देश की कॉपी उपलब्ध करा दी गयी है. जांच टीम में शामिल चिकित्सक निजी अस्पतालों में सीइए से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर जांच करेंगे. एक्ट का अनुपालन नहीं करने वाले अस्पतालों को चिह्नित करते हुए कार्रवाई की अनुशंसा करेंगे. बता दें कि निजी अस्पतालों पर नजर बनाये रखने के लिए पूर्व में भी जांच कमेटी गठित की गयी थी. लेकिन कमेटी किसी तरह की जांच नहीं कर रही थी.
मंत्री के निर्देश के बाद कार्रवाई में जुटा स्वास्थ्य विभाग :
बता दें कि कुछ दिन पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डाॅ इरफान अंसारी ने विभिन्न जिलों के सीएस के साथ बैठक की थी. इसमें स्वास्थ्य मंत्री ने सभी सीएस को निजी अस्पतालों का जांच का निर्देश दिया था. खासकर सीइए का अनुपालन सुनिश्चित करने की जवाबदेही संबंधित जिला के सीएस को सौंपी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है