dhanbadnews: एसआइसीयू में भर्ती महिला का नि:शुल्क सीटी स्कैन करने से कंपनी ने किया मना

एसएनएमएमसीएच के इमरजेंसी स्थित एसआइसीयू में भर्ती महिला मरीज का नि:शुल्क सीटी स्कैन करने से शनिवार को कंपनी के कर्मियों ने मना कर दिया. दो दिन पूर्व सड़क दुर्घटना में घायल महिला को यहां भर्ती कराया गया था. महिला बेहोश है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 3, 2024 1:43 AM
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धनबाद.

शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर मणिपाल हेल्थ मैप द्वारा संचालित केंद्र में लाल कार्डधारकों के लिए नि:शुल्क सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड समेत अन्य जांच सेवा बंद करने के बाद मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. शनिवार को एसएनएमएमसीएच के इमरजेंसी स्थित एसआइसीयू में भर्ती गंभीर महिला मरीज का नि:शुल्क सीटी स्कैन करने से कंपनी के कर्मियों ने मना कर दिया. दो दिन पूर्व सड़क दुर्घटना में घायल महिला को इलाज के लिए एसएनएमएमसीएच में भर्ती कराया गया था. महिला बेहोश है. उसके सिर में गंभीर चोट आयी है. अबतक उसकी पहचान भी नहीं हो पायी है. चिकित्सकों ने महिला के सिर का सीटी स्कैन कराने की सलाह दी है. शनिवार को इमरजेंसी के स्वास्थ्यकर्मी महिला का सीटी स्कैन कराने संबंधित कागजात लेकर मणिपाल हेल्थ मैप केंद्र पहुंचे, लेकिन केंद्र के कर्मियों ने नि:शुल्क सेवा बंद होने का हवाला देते हुए जांच करने से मना कर दिया. जबकि, अस्पताल के अधीक्षक के निर्देश पर अज्ञात मरीज का सीटी स्कैन समेत अन्य जांच करने का प्रावधान है. इसके एवज में भी कंपनी को पैसे का भुगतान किया जाता है.

बकाया 50 लाख को लेकर कंपनी ने नि:शुल्क जांच सेवा की है बंद

बता दें कि कंपनी का एसएनएमएमसीएच प्रबंधन पर मरीजों की जांच के एवज में मिलने वाली राशि लगभग 50 लाख के करीब बकाया है. लाल कार्डधारकों के विभिन्न जांच के एवज में एसएनएमएमसीएच प्रबंधन मणिपाल हेल्थ मैप कंपनी को राशि का भुगतान करती है. कंपनी के अधिकारियों के अनुसार पिछले पांच-छह माह से एसएनएमएमसीएच प्रबंधन बकाया राशि का भुगतान नहीं कर रहा है. इस संबंध में कई बार नोटिस देने के बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने कोई पहल नहीं की है. ऐसे में कंपनी ने नि:शुल्क सेवा पर रोक लगा दी है. इधर एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक डॉ एसके चौरसिया ने कहा कि कंपनी को बकाया राशि का भुगतान करने की प्रक्रिया चल रही है. कंपनी द्वारा जमा कराए गये बिल की जांच हो रही है. कंपनी के अधिकारियों को सेवा शुरू करने को कहा गया है. जल्द ही बकाया राशि का भुगतान कर दिया जायेगा.

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