जिले में हवा को शुद्ध करने के लिए धनबाद नगर निगम को फिर 70 करोड़ रुपये मिले हैं. इसके पहले नगर निगम को 69.09 करोड़ रुपये मिले थे. अब तक नगर निगम 56.52 करोड़ रुपये खर्च कर दिये, लेकिन उम्मीद के अनुसार इसका परिणाम नहीं दिख रहा है. पिछले तीन सालों में नगर निगम ने शहर में जहां-तहां पेवर ब्लॉक बिछाये गये. इसमें 23.70 करोड़ रुपये खर्च किये. वहीं 4.45 करोड़ रुपये से सात रोड स्वीपिंग मशीनें खरीदी गयीं, लेकिन शहर की सड़कों पर ज्यादातर मशीनें नहीं दिखती हैं. वहीं 9.12 करोड़ की लागत से बिटूमिन्स सड़कें बनायी गयीं. 7.37 करोड़ रुपये की लागत से 10 क्वालिटी मॉनिटेरिंग सिस्टम लगाये गये. 2.20 करोड़ रुपये की लागत से छह वाटर स्प्रिंकलर खरीदे गये, पर इनका भी उपयोग नियमित नहीं होता. 3.73 करोड़ की लागत से दो विद्युत शवदाहगृह बनाये जाने हैं. इसमें से एक मोहलबनी में बनाया गया लेकिन बिजली का कनेक्शन नहीं होने के कारण यह नहीं चलता. वहीं दूसरा विद्युत शवदाहगृह मटकुरिया श्मशान में बनना है जो अब तक अधूरा है. 16.65 करोड़ की लागत से ग्रीन पैच बिछाये गये और 14.4 करोड़ की लागत से पांच प्ले ग्राउंड भी बनाये गये है. 3.03 करोड़ की डेसलेगिंग मशीन भी खरीदी गयी, लेकिन इसका भी उपयोग कम ही होता है. इसके अलावा 1.69 करोड़ की लागत से 10 कोल्ड फॉगिंग मशीनें खरीदी गयीं, लेकिन शहर में एक भी कोल्ड मशीन नजर नहीं आती है. जो 70 करोड़ रुपये मिले हैं, इससे मशीनरी के अलावा तालाबों का सौंदर्यीकरण व पार्कों का निर्माण किया जायेगा.
हवा को साफ करने कब, कितना मिला फंड
2019-20 : 03 करोड़2022-21 : 52 करोड़ 2021-22 :9.5 करोड़
2022-23 : 4.59 करोड़ 2024-25 : 70 करोड़अब तक किये गये खर्च
2020-21 : 03 करोड़ 2021-22 : 9.41 करोड़ 2022-23 :31.12 करोड़2023-24 : 13.09 करोड़
कहां- कहां लगे हैं एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम :
गोल्फ ग्राउंड, आइआइटी आइएसएम कैंपस, विनोवा भवन कोलाकुसमा, विवाह भवन भूदा, विवाह भवन चासनाला, मोहलबनी चासनाला, बनियाहिर अंचल ऑफिस, सामुदायिक भवन भागाबांध, लिलोरी पार्क कतरास, बिरसा मुंडा पार्क.इन जगहों पर लगाये गये है एलइडी डिस्प्ले :
नगर निगम के मुख्य द्वार, बैंक मोड़, आइआइटी आइएसएमडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है