धनबाद.
छठ पूजा शुरू होने में मात्र दो दिन शेष हैं. इधर नगर निगम ने सहयोगी नगर स्थित राजा तालाब को डेंजर जोन घोषित कर दिया है. ऐसे में यहां आस पास रहनेवाले छठ व्रती काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि बगैर किसी विकल्प के अचानक नगर निगम ने इस तालाब को डेंजर जोन घोषित कर दिया है, निगम को व्रतियों की परेशानी को भी समझना चाहिए था. सहयोगी नगर, चाणक्य नगर, गोल बिल्डिंग एवं आस पास के छठ व्रती बड़ी संख्या में यहां पूजा करने आते हैं. अर्घ्य देने भक्तों की भारी भीड़ जुटती है. ऐसे में व्रतियों को चिंता हो रही है अब कहां अर्घ्य अर्पित करेंगे. कुछ व्रती विकल्प के तौर पर घर की छत पर छठ घाट बनवा रहे हैं. वहीं कुछ व्रती बाहर छठ करने जा रहे हैं. जानते है छठ करनेवालों को क्या परेशानी हो रही है.नगर निगम को पहले ही डेंजर जोन की घोषणा करना था
नगर निगम ने डेंजर जोन में राजा तालाब को शामिल किया है. ऐसे में व्रतियों के पास समय कहां बच रहा है. कम से कम वैकल्पिक व्यवस्था तो करनी चाहिए थी. अब हम छठ करने अपने गांव औरंगाबाद जा रहे हैं.मृदुला श्रीवास्तव, सहयोगी नगर
हमलोग अर्घ्य अर्पित करने इसी घाट पर जाते हैं. यहां का पानी काफी गंदा रहता है. बावजूद छठ में व्रती यहां पूजा के लिए आते हैं. अब इसे डेंजर जोन घोषित किये जाने से हमें बहुत परेशानी होगी. आस-पास कोई घाट भी नहीं है.
शोभा कुमारी
लोक आस्था का महान पर्व है छठ. चार दिवसीय पर्व में व्रती के साथ पूरा परिवार और मुहल्लेवासी भी शामिल होते हैं. घाट सजाया जाता है. अब इतने कम समय में छठ घाट को डेंजर जोन बना देना उचित नहीं है.कोमल गुप्ता
राजा तालाब में सहयोगी नगर, चाणक्य नगर व आस पास के छठ व्रती आते हैं. व्रतियों की परेशानी काफी बढ़ जायेगी. मुहल्ले के कुछ घरों में छत पर ही घाट बन रहा है. लेकिन दूर से आनेवाले व्रतियों को तो परेशान होंगे. पहले ही इसे डेंजर जोन बताना था.
प्रीति बरनवालB
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