जेसीबी से डोभा खुदाई मामले में डीडीसी ने बीडीओ से मांगा जांच प्रतिवेदन
योजनाओं पर अपना पैसे लगाकर काम करवाते है. फिर धीरे, धीरे फर्जी मजदूर दिखाकर रुपये की निकासी कर लेते हैं.
बरवाअड्डा.
मरिचो पंचायत में मनरेगा योजना में जेसीबी मशीन से डोभा खुदाई मामला प्रकाश में आने के बाद शनिवार को डीसीसी सादात अनवर ने गोविंदपुर बीडीओ से जांच प्रतिवेदन की मांग की है. डीडीसी ने स्थलीय जांच करने का आदेश बीडीओ को दिया है. इस संबंध में डीडीसी ने कहा : मरिचो पंचायत में जेसीबी से डोभा खुदाई करने का मामला आया है. बीडीओ ने मौखिक रूप से बताया है कि उक्त डोभा खुदाई की योजना की स्वीकृति फिलहाल नहीं दी गयी है. जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद वस्तु स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. कहा : परियोजना पदाधिकारी को आदेश दिया गया है कि सभी बीडीओ को पत्र लिखकर इस तरह के मामले पर रोक लगाने को कहा गया है.ऐसे होता है घोटाला :
बिचौलियों ने मनरेगा में घोटाले का नया तरीका निकाला है. बिचौलिए जनप्रतिनिधियों व बाबुओं के मदद से पहले मनरेगा में योजना चढाते है. फिर जेसीबी मशीन लगाकर डोभा, कूप, जमीन समतलीकरण समेत अन्य योजनाओं पर अपना पैसे लगाकर काम करवाते है. फिर धीरे, धीरे फर्जी मजदूर दिखाकर रुपये की निकासी कर लेते हैं. मामला पकड़ में आने पर योजना की स्वीकृति नहीं होने की बात कहकर बच निकलते हैं. मामला ठंडा पड़ने पर फिर योजना में स्वीकृत राशि को निकाल लेते है. यह खेल गोविंदपुर प्रखंड के कई पंचायतों में चल रहा है.यह भी पढ़ें
रिक्ति का डाटा तैयार करने के लिए बनी टीम
धनबाद.
जिला के प्रारंभिक विद्यालयों में सहायक या स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति के लिए प्राप्त आवेदनों की स्क्रूटनी के उपरांत कंप्यूटर पर प्रविष्ट कराते हुए संधारण का काम होना है. इसके लिए पदाधिकारियों व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गयी. अलग-अलग प्रखंड के लिए टीम बनायी गयी है. उच्च न्यायालय में दायर विभिन्न वादों में निर्गत आदेश के आलोक में 10 से 14 जून तक काम होना है. इस दौरान 2016 में रिक्ति का डाटा तैयार किया जाना है. जिला शिक्षा अधीक्षक भूतनाथ रजवार ने नियुक्त किये गये पदाधिकारियों और कर्मियों की सूची के साथ आदेश जारी किया है. अलग-अलग दर्ज अपने प्रखंड का डाटा तैयार करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है