घर में विलाप करती पत्नी व अन्य परिजन. Dhanbad News:गोमो के खेराबेड़ा गांव निवासी प्रवासी मजदूर का शव बुधवार को घर पहुंचने से गांव में मातम पसर गया. दिवाली की खुशी गम में बदल गया. Dhanbad News: तोपचांची प्रखंड की चैता पंचायत के खेराबेड़ा (खेरबाड़ी टोला) निवासी दिव्यांग बासुदेव महतो (32) का शव बुधवार की शाम महाराष्ट्र के कोल्हापुर से उसके घर पहुंचने से मातम पसर गया. परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया. बासुदेव के भाई अमृत महतो ने बताया कि उसके तीन भाई कोल्हापुर में मजदूरी करते थे. बड़ा भाई बासुदेव महतो रविवार की सुबह कमरा में खाना बना रहा था. इस दौरान वह अचानक गिर गये. तत्काल उन्हें उठा कर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कुछ देर बाद उनकी मृत्यु हो गयी. पत्नी कह रही थी- अब किसके सहारे काटूंगी जिंदगी बासुदेव की पत्नी लीलावती देवी पति के शव के पास दहाड़ मारकर रोने लगी. वह कह रही थी कि मेरी कोई संतान नहीं है. अब किसके भरोसे जिंदगी काटेंगे. बासुदेव की मां व पिता के आंसू नहीं थम रहे थे. जगदीश चौधरी, पूर्व मुखिया प्रेमचंद महतो, लालचंद महतो, प्रत्याशी मोतीलाल महतो, समाजसेवी फरकेश्वर महतो, दिनेश महतो, संतोष सिंह ने शोकाकुल परिवार को ढाढ़स बंधाया. वहीं चैता गांव के काली मंदिर टोला निवासी भीम राय (28) का शव कर्नाटक से गांव नहीं पहुंचा है. उसकी भी रविवार को कर्नाटक में मौत हो गयी थी.
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