आदिवासी युवती की मिली लाश, प्रेमी समेत पांच गिरफ्तार
गोविंदपुर थाना क्षेत्र के बरियो ग्राम के आदिवासी टोला में 19 वर्षीय आदिवासी युवती पार्वती मुर्मू की लाश बुधवार की रात उसके घर में मिली. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर युवती के प्रेमी समेत पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया है.
प्रतिनिधि, गोविंदपुर.
गोविंदपुर थाना क्षेत्र के बरियो पंचायत अंतर्गत बरियो ग्राम के आदिवासी टोला में 19 वर्षीय आदिवासी युवती पार्वती मुर्मू की लाश बुधवार की रात उसके घर में मिली. मृतका के भाई देवचंद मुर्मू के बयान पर तीन लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है. मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युवती के प्रेमी सगेन मरांडी, तीन नामजद आरोपी अजय मुर्मू, मुकेश किस्कू व प्रकाश मुर्मू के अलावा एक अन्य को गिरफ्तार किया है. बताया जाता है कि मृतका के गले में रस्सी व खरोंच के निशान थे. उसके बाल बिखरे हुए थे. पुलिस के अनुसार मृतका के हाथ की नस कटी हुई थी. इससे कई संदेह उत्पन्न हो रहे हैं. पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. पुलिस हत्या के कारणों का पता लगा रही है. शव मिलने की सूचना मिलते ही पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय एक-शंकर कामती व पुलिस इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद दलबल के साथ घटनास्थल पहुंचे. इसके बाद पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया. गोविंदपुर थाना की पूरी टीम ने रात भर छापेमारी कर युवकों को हिरासत में लिया. उनसे पूछताछ जारी है. बताया जाता है कि घटना के समय युवती घर पर अकेली थी. उसके माता बहामुनी मुर्मू व पिता बाबूजन मुर्मू मजदूरी करने गये थे. इकलौता भाई फुटबॉल मैच देखने गया था. वह घर लौटा, तो उसने बहन को मृत पाया. मृतका की और दो बहनें हैं, उनकी शादी हो चुकी है.मामले में नया मोड़ आने की संभावना :
डीएसपी ने बताया कि मृतका के निरसा निवासी प्रेमी को भी हिरासत में लिया गया है. मृतका ने उससे कई बार बात की थी. दोनों में शादी की भी बात चल रही थी. बुधवार को मृतका ने उसे कई बार फोन किया, परंतु प्रेमी ने फोन को ब्लॉक कर रखा था. प्रेमी से पूछताछ के बाद इस मामले में नया मोड़ आने की संभावना है. पुलिस के अनुसार मृतका के हाथ की नस कटी हुई थी. बताया जाता है कि उसके घर तीन युवक आये थे. उसके भाई ने संदेह के आधार पर तीनों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच पड़ताल कर रही है. बताया जाता है कि मृतका ने 112 नंबर पर डायल किया था, परंतु उधर से कोई उत्तर नहीं मिला. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि सही में 112 नंबर पर डायल हुआ था या नहीं हुआ था. 112 नंबर पुलिस का है.शव के साथ गोविंदपुर- टुंडी सड़क किया जाम :
पोस्टमार्टम के बाद शाम करीब 4:00 बजे इस घटना के खिलाफ उद्वेलित आदिवासी समाज ने लाश के साथ बरियो मोड़ में गोविंदपुर- टुंडी सड़क जाम कर दिया. आंदोलनकारी हाथ में तीर -धनुष, भाला- लाठी आदि से लैस थे. डीएसपी शंकर कामती, अंचल अधिकारी धर्मेंद्र कुमार दुबे, पुलिस इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद, अंचल निरीक्षक कुमार सत्यम भारद्वाज रोड जाम कर रहे लोगों को समझा-बुझाकर रात सात बजे तक जाम हटावाया.गुरुवार की सुबह पांच बजे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव :
ग्रामीणों ने रात 10:00 बजे मुखिया के पति को घटना की सूचना दी. इसके बाद गोविंदपुर इंस्पेक्टर रविकांत प्रसाद दलबल के साथ पहुंचे, फिर पुलिस उपाधीक्षक शंकर कामती आये और पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी. पुलिस ने सुबह 5:00 बजे शव गांव से पोस्टमार्टम के लिए एसएनएमएमसीएच धनबाद भेजा.छापेमारी के दौरान पुलिस ने जब्त किये देसी और विदेशी शराब :
रात में ही छानबीन के क्रम में पुलिस को पता चला कि उक्त युवती के घर के अगल-बगल के लोग शराब का कारोबार करते हैं. यहां महुआ शराब की चुलाई होती है और अंग्रेजी शराब की भी बिक्री होती है. शाम में गांव में शराब पीने लोग आते हैं और शराबियों का अड्डा लगता है. इस टोले में कई घरों में शराब चुलाई और बिक्री का धंधा चलता है. छापेमारी के दौरान पुलिस ने गांव की एक दुकान व कई घरों से भारी मात्रा में देसी और विदेशी शराब जब्त की. बताया जाता है कि पुलिस को करीब दो लाख की शराब छापेमारी में मिली है.भाई ने प्राथमिकी में कहा :
अजय मुर्मू, मुकेश किस्कू व प्रकाश मुर्मू ने गला दबाकर की हत्या : मृतका के भाई देवचंद मुर्मू ने दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि 18 सितंबर को वह घर से फुटबॉल मैच देखने भीतिया गया था. अपने घर लौटा तो घर का दरवाजा बंद था. अंदर जाने पर आंगन के दक्षिण तरफ का बरामदा का दरवाजा का पल्ला अधखुला पाया. अंदर कमरे में गया, तो दरवाजा के पास अपनी बहन पार्वती मुर्मू को बाईं करवट पर लेटा हुआ पाया. ऊपर की छत के बास में दुपट्टा बंधा हुआ पाया. बहन का मोबाइल बरामदा में चार्जिंग प्वाइंट में था. इसमें बहन ने कॉल भी किया था. उसने बहन को सीधा करके उठाने का प्रयास किया. शरीर में कोई हलचल नहीं देखकर घबराकर आसपास के लोगों को सूचना दी. मां को फोन करने पर वह भी घर आ गयी. तब अपने चाचा, चाची एवं मां के साथ मिलकर पार्वती को निकट के अस्पताल ले गये. वहां डॉक्टर ने जवाब दे दिया. संतुष्टि के लिए दूसरी अस्पताल ले गये. वहां पर डॉक्टर कहा कि तुम्हारी बहन जीवित नहीं है. तब वह पार्वती के घर वापस ले आया. बड़ी दीदी लक्ष्मी टुडू को फोन करके बताया और पूरे घटना के बारे में जानकारी दी. दीदी ने बताया कि पार्वती करीब 4:30 बजे फोन करके बताई थी कि अंबोना का अजय मुर्मू, बरियो का मुकेश किस्कू व प्रकाश मुर्मू घर आये थे. पावर्ती ने उन लोगों को पानी पिलाया. इसके बाद वे लोग चले गये. पार्वती की शादी की बात निरसा के नूनतडीह के सगेन मरांडी से चल रही थी. वे दोनों मोबाइल से संपर्क में थे. 18 सितंबर को भी दोपहर 11:00 से 3:27 बजे तक लगातार पार्वती व सगेन मरांडी से बात हुई थी. उसने 112 नंबर में भी दो बार डायल किया था. देवचंद ने आशंका जतायी है कि अजय मुर्मू, मुकेश किस्कू व प्रकाश मुर्मू ने मिलकर किसी कारणवश पार्वती का गला दबाकर जान से मारा है. इस संबंध में पुलिस ने कांड संख्या 242/24 दिनांक 19 सितंबर 2024 बीएनएस की धारा 103( 1) ,3(5) 2023 के तहत कांड अंकित किया है. अनुसंधान की जिम्मेदारी अवर निरीक्षक अमृता खलको को दी गयी है.डीएसपी मुख्यालय वन शंकर कामती ने कहा कि मृतका के भाई देवचंद मुर्मू के आवेदन पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. जिनके खिलाफ संदेह जताया गया हैं, उन्हें रात में ही हिरासत में लिया है. पुलिस ने मृतका के निरसा निवासी प्रेमी को भी हिरासत में लिया हैं. उससे पूछताछ की जा रही है.
पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला, तो लोकसभा में उठायेंगे मामला : सांसद
धनबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद ढुलू महतो गुरुवार को बरियो पहुंचे. उन्होंने रोड जाम के दौरान ही मृतका के परिजनों से घटना की पूरी जानकारी ली. उन्होंने घटना को जघन्य बताते हुए दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि घटना की जितनी भी निंदा की जाये कम है. पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला, तो वह लोकसभा में इस मामले को जोरदार ढंग से उठायेंगे. सांसद ने कहा कि झारखंड में आदिवासी मुख्यमंत्री रहने के बावजूद आदिवासियों का ही सबसे अधिक शोषण और अत्याचार हो रहा है. क्योंकि सरकार लूट में व्यस्त हैं. जाम का नेतृत्व जिप सदस्य लक्ष्मी मुर्मू, गुरुचरण बास्की, निरसा की जिप सदस्य पिंकी मरांडी, मुखिया बाबूराम हेंब्रम, राजेश हांसदा, किशुन सोरेन, प्रमोद हेंब्रम आदि कर रहे थे. जिप सदस्य लक्ष्मी मुर्मू ने कहा कि यह जाम झारखंड सरकार के खिलाफ नहीं है. गांव की बहू-बेटियां सुरक्षित रहें और इस तरह की घटना भविष्य में नहीं हो इसके लिए सड़क जाम किया गया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना से सबक लेने की जरूरत है. घटना की खबर सुनकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष लखी सोरेन, सचिव मन्नू आलम, धरणीधर मंडल, पूर्व जिला अध्यक्ष रमेश टुडू, प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष अख्तर हुसैन अंसारी, पूर्व मुखिया गुल्लू अंसारी, मोबिन अंसारी, गोविंद प्रसाद साव, अंजर आलम ””””””””पप्पू, भाजपा नेता धर्मजीत सिंह, विक्रांत उपाध्याय, सुमिता दास, राजेश दास, चुन्नी मजूमदार, सुनील चौधरी, राजकिशोर महतो, अमरदीप सिंह, अनिल कुमार, जेबीकेएसएस नेता कुश महतो, मोइन अंसारी, जावेद, याकिब शफीक आलम आदि पहुंचे थे.
घटना का उद्भेदन व मुआवजा के आश्वासन पर हटा जाम
गोविंदपुर पुलिस द्वारा घटना का उद्भेदन सात दिनों के अंदर करने तथा सरकारी प्रावधानों के अनुसार मुआवजा देने की घोषणा के साथ तीन घंटे में सड़क जाम हटा लिया गया. डीएसपी, अंचलाधिकारी व थाना प्रभारी ने व्यक्तिगत स्तर पर मृतका के परिवार को 40 हजार रुपये नकद आर्थिक सहायता दी. जाम स्थल पर माले नेता बबलू महतो, सोमनाथ चक्रवर्ती, जयदीप चटर्जी आदि भी पहुंचे.
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