dhanbad news : तालाब में मिला जवान बेटे का शव, पहले तीन बेटों की हो चुकी है मौत

राजगंज में एक परिवार पर टूटा दुख का पहाड़

By Prabhat Khabar News Desk | September 10, 2024 1:29 AM

अपने बच्चों के असामयिक मौत से राजगंज के जानकी महतो पर टूटा दुख का पहाड़

dhanbad news : राजगंज पुलिस ने सोमवार को बागदाहा बड़का तालाब से लाठाटांड निवासी जानकी महतो के पुत्र उमेश कुमार महतो उर्फ गोदा का शव बरामद किया. पिता ने बताया कि उमेश पांच दिनों से घर लाठाटांड नहीं आया था. इधर-उधर मजदूरी करता था. जानकी ने बताया कि वह रविवार की दोपहर बाद अपने बुआ घर आया था. वहां खाना खाने के बाद कहीं निकला व वापस मुर्गा लेकर आया. उसने मुर्गा काटकर बुआ को दे दिया व यह कह कर घर से निकला कि कुछ पैसा लेकर आते हैं, और आज उसका शव आदिवासी टोला से सटे तालाब से मिला. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उमेश रविवार दोपहर बाद तालाब पर आया, कपड़े खोले व तालाब में कूद गया. उमेश शायद नशे में था. वह गहरे तालाब में इधर से उधर तैरने लगा, एक छोर से दूसरे छोर जिधर महिलाएं स्नान कर रही थी, महिलाओं को देख वह वापस दूसरी छोर की ओर लौटने लगा. सोमवार सुबह तालाब किनारे रखा कपड़ा व चप्पल देख खोजबीन शुरू हुई. दिन भर पुलिस व ग्रामीण तालाब में घुसकर खोजबीन की लेकिन पता नहीं चला. दोपहर बाद अचानक शव निकालने के बाद पहचान लाठाटांड के उमेश के रूप में की गयी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

10 साल में चार बेटे, पत्नी व पोती को खो चुका है अभिभावक

अकाल मौत के सिलसिला जानकी महतो का पूरा परिवार बिखर गया. आज जानकी के एक पुत्र उमेश का शव तालाब से मिलने के साथ ही उसके चार पुत्रों की मौत हो गयी. जानकी के सबसे पुत्र की मौत ऊंचे पोल से गिरने के बाद गंभीर रूप से बीमार होने से हुई थी. करीब आठ वर्ष पूर्व एक और पुत्र लाठाटांड के चुमुकदह जोरिया में डूबने से हो गयी थी. इससे पहले जानकी के एक और नवजात पुत्र की मौत बासुकीनाथ में मुंडन कार्यक्रम के दौरान ठंड लगने से हो गयी थी. वहीं जानकी महतो की पहली पत्नी की मौत गंभीर बीमारी से कुछ वर्ष पूर्व हो चुकी है. दुूसरी पत्नी से कोई संतान नहीं है. जानकी के पुत्र उमेश (28) की शादी के बाद एक पुत्र ने जन्म तो लिया, लेकिन वह भी दिव्यांग है. वहीं डेढ़ वर्ष एक पुत्री का जन्म हुआ था. उसे जन्मजात गंभीर बीमारी थी. कुछ माह पूर्व पुत्री की भी मौत हो गयी. लगातार घटना से जानकी अंदर से टूट गया है. आज उमेश का शव देखते ही वह स्तब्ध हो गया. इस तरह लगभग 58 वर्षीय जानकी ने 10 साल में चार बच्चे, पत्नी, पोती समेत छह लोगों को अपने से बिछुड़ते देखा.

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