इलेक्शन ड्यूटी में नियुक्त मतदानकर्मी कार्तिक घोष (56 वर्ष) की मौत मंगलवार को हृदय गति रुकने से हो गयी. कार्तिक मंगलवार को निरसा पॉलिटेक्निक स्थित डिस्पैच सेंटर में पोलिंग पार्टी के साथ इवीएम कलेक्ट करने गये थे. इसी दौरान उन्हें बेचैनी महसूस हुई और सीने में दर्द की शिकायत की. निरसा पॉलिटेक्निक में तैनात मेडिकल टीम ने उनके स्वास्थ्य का परीक्षण किया. इसके बाद उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र निरसा भेजा गया. सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद 108 एंबुलेंस से कार्तिक को धनबाद के एसएनएमएमसीएच भेज दिया गया. मेडिकल कॉलेज व अस्पताल लाने के क्रम में उनकी मौत हो गयी. अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृतक के शव को फिलहाल एसएनएमएमसीएच के मॉर्चुरी में रखा गया है. बुधवार को उनके शव का पोस्टमार्टम होगा.
मतदान सामग्री लेने के दौरान उठा सीने में दर्द :
बताया जाता है कि कार्तिक घोष स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) चसनाला में कार्यरत थे. मंगलवार को दिन के लगभग 12.45 बजे वह मतदान सामग्री से संबंधित कागजात तैयार करा रहे थे. इसी दौरान अचानक उनकी छाती में दर्द उठा. कुछ ही देर में वह बेहोश हो गये. उनकी स्थिति गंभीर होने की सूचना मिलते ही डिस्पैच सेंटर में अफरा तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया.परिवार संग बंगाल में रहते थे कार्तिक घोष :
कार्तिक घोष अपने परिवार के साथ पश्चिम बंगाल के बराकर स्थित रामनगर में रहते थे. मौत की सूचना पर अस्पताल पहुंची उनकी पत्नी सोमा घोष व बेटा अंकित घोष का रो-रो कर बुरा होल है. पत्नी ने बताया कि मंगलवार की सुबह चार बजे मतदान कार्य को लेकर वह घर से निकले थे. पहले से हृदय से संबंधित कोई बीमारी नहीं थी. वर्जनकार्तिक घोष को गंभीर स्थिति में सीएचसी लाया गया था. उन्हें सिवियर हार्ट अटैक आया था. उन्हें तत्काल आइसीयू की जरूरत थी. इसे देखते हुए प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें एसएनएमएमसीएच भेज दिया गया.डॉ संजय पासवान,
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