धनबाद जेल के बंद कैदी की मौत, एसएनएमएमसीएच में परिजनों ने किया हंगामा

अवैध शराब के साथ 18 अक्तूबर की रात केंदुआडीह पुलिस ने किया था गिरफ्तार, तबीयत बिगड़ने पर शनिवार की देर रात लाया गया था अस्पताल

By Prabhat Khabar News Desk | October 21, 2024 1:23 AM

अवैध शराब मामले में धनबाद मंडल कारा में बंद सोबरन चौहान की मौत शनिवार की देर रात हो गयी. वह गाेधर के लहरा मंदिर के पास का रहनेवाला था. जेल प्रशासन के अनुसार, शनिवार की रात लगभग दो बजे सांस लेने में तकलीफ होने के बाद वह बेहोश हो गया. सूचना डॉ राजीव कुमार को दी गयी. जेल चिकित्सक ने सोबरन की जांच कर गंभीर स्थिति देख उसे एसएनएमएमसीएच रेफर कर दिया. सुरक्षा व्यवस्था के बीच सोबरन को शनिवार की रात लगभग तीन बजे एसएनएमएमसीएच की इमरजेंसी ले जाया गया. यहां चिकित्सक ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. इधर, जानकारी मिलने पर रविवार की सुबह परिजन एसएनएमएमसीएच पहुंचे और पुलिस पर टॉर्चर करने का आरोप लगा हंगामा करने लगे. परिजनों का आरोप है कि टॉर्चर के चलते सोबरन की मौत हुई. परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया. बताते चलें कि केंदुआडीह पुलिस ने 18 अक्तूबर को छह लीटर अवैध शराब के साथ सोबरन चौहान को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी सोबरन को अवैध शराब की बिक्री के मामले में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने शनिवार को सोबरन को कोर्ट में प्रस्तुत किया, जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था.

परिजनों का आरोप : पुलिस के टॉर्चर से हुई सोबरन चौहान की मौत

सोबरन की जेल में हुई मौत की सूचना पर रविवार सुबह पहुंचे परिजनों ने जमकर हंगामा किया. मृतक के बेटे शेखर चौहान ने केंदुआडीह पुलिस पर पिता को टॉर्चर करने व उससे मौत होने का आरोप लगाया है. मामले में निष्पक्ष जांच की मांग पर परिजन दिनभर अड़े रहे. बेटे शेखर चौहान ने कहा कि 18 अक्टूबर, शुक्रवार की रात के लगभग आठ से नौ बजे के बीच केंदुआडीह पुलिस उनके घर पहुंची और पिता सोबरन चौहान को जबरन उठाकर थाने ले गयी. रात में वे थाने पहुंचे, देखा कि केंदुआडीह थाना प्रभारी पिता को टॉर्चर कर रहे हैं. पिता को किस मामले में गिरफ्तार किया गया है, इसके बारे में भी थाना प्रभारी द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गयी.

इमरजेंसी के फ्रीजर में रखा गया शव :

शव का पोस्टमार्टम के लिए जिला प्रशासन के निर्देश पर मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. मजिस्ट्रेट की नियुक्ति में पांच सदस्यीय चिकित्सकों के दल की नियुक्त की गयी थी. मामले में निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया. दिनभर एसएनएमएमसीएच में हंगामा चलता रहा. परिजनों को समझाने के लिए धनबाद व सरायढेला थाना प्रभारी भी एसएनएमएमसीएच पहुंचे थे. परिजन मानने से तैयार नहीं हुए. बाद में सोबरन चौहान के शव को इमरजेंसी के फ्रीजर में रख दिया गया. सोमवार को शव का पोस्टमार्टम होगा.

मृतक बंदी के पुत्र ने दर्ज कराया फर्द बयान :

सोबरन के पुत्र शेखर कुमार ने रविवार को एसएनएमएमसीएच में सरायढेला पुलिस को अपना बयान दर्ज करवाया. बताया कि 18 अक्टूबर की रात उसके पिता घर के बगल में शौच के लिए गये थे. इसी दौरान केंदुआडीह थाना के दो पुलिस पदाधिकारी व दो सरकारी ड्राइवर व अन्य दो व्यक्ति सभी सादे लिबास में आये और पिता को उठा कर थाना ले गये. हम लोग थाना पहुंचे और पिता को लाने का कारण पूछा, तो वहां पर उपस्थित पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि थाना प्रभारी बतायेंगे. दो तीन घंटे इंतजार करने के बाद हम लोग थक कर घर आ गये. 19 अक्टूबर की केंदुआडीह थाना से फोन आया और कहा कि पिता के आधार कार्ड एवं फोटो लेकर थाना आइये, जब कारण पूछे तो बताया कि इनका चालान करना है. जब हम लोग थाना पहुंचे, तो देखा कि छोटा बाबू (पुलिस पदाधिकारी) मेरे पिता से धक्का मुक्की व गाली ग्लौज कर रहे थे. हम लोगों द्वारा यह बताने पर कि इनकी तबीयत ठीक नहीं है. इसके बावजूद भी धक्का मुक्की करते रहे. हम लोगों के साथ बदसलूकी करते हुए थाना से बाहर निकाल दिया गया और पिता का चलान कर दिया गया. 20 अक्टूबर को मंडल कारा धनबाद से सूचना मिली कि आपके पिता एसएनएमएमसीएच में इलाजरत है. जब हम लोग अस्पताल पहुंचे, तो मंडल कारा के अधिकारी ने बताया कि आपके पिता की मृत्यु हो गयी है.

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