शहर में डेंगू का प्रकोप शुरू हो गया है. अब तक डेंगू के सात मरीज मिल चुके हैं. इसे देखते हुए नगर निगम ने शहर में फॉगिंग कराना शुरू कर दिया है. रोस्टर बनाकर पांच कोल्ड फॉगिंग व पांच धुआं गाड़ी से शहर में जगह-जगह फॉगिंग करायी जा रही है. निगम अधिकारी के मुताबिक ब्लीचिंग का भी छिड़काव किया जायेगा. सभी सुपरवाइजर को इस संबंध में दिशा निर्देश जारी कर दिया गया है. जल जमाव के स्पॉट को चिन्हित कर वाटर लॉगिंग को क्लियर किया जा रहा है. बुधवार से एक साथ पांच कोल्ड व पांच धुआं गाड़ी उतारी गयी. जहां डेंगू के मरीज मिले हैं, वहां लगातार फॉगिंग करायी जा रही है. एक-दो दिनों में ब्लीचिंग का भी छिड़काव शुरू किया जायेगा. डेंगू के प्रकोप को देखते हुए सभी सुपरवाइजरों को विशेष तौर पर नाली की लगातार सफाई करने का निर्देश दिया गया है.
चिकित्सकों की टीम ने किया मलेरिया प्रभावित क्षेत्र का सर्वेक्षण
गोविंदपुर.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोविंदपुर के चिकित्सा प्रभारी डॉ विशेश्वर कुमार के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम गुरुवार को गोड़तोपा पंचायत अंतर्गत कीनूडीह गांव गयी. वहां मलेरिया का सर्वेक्षण कराया गया. सभी घरों के सदस्यों का रक्त संग्रह किया गया. शुक्रवार को जांच रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि कितने लोग मलेरिया से ग्रसित हैं. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विशेश्वर कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या लोगों में मलेरिया का लक्षण नहीं है. फिर भी ऐहतियातन रक्त नमूना जांच के लिए लिया गया है. शुक्रवार को जांच रिपोर्ट आ जायेगी. मलेरिया ग्रसित मरीज पाये जाने पर समुचित इलाज स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराया जायेगा. कहा है कि बरसात का पानी एक जगह जमा रहने से मच्छर पनपते है, जो मलेरिया का कारण है. इस गांव के अमरजीत हेंब्रम के 13 वर्षीय पुत्र आकाश हेंब्रम मलेरिया से ग्रसित हैं. उनके चाचा किशोर हेंब्रम भी पिछले 15 दिनों से बीमार चल रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है