धनबाद : 15 हजार घूस ले रहे थे गोविंदपुर के दारोगा, एसीबी ने रंगे हाथ किया गिरफ्तार

एसीबी की टीम विक्रम को पकड़ने के बाद धनबाद के गोविंदपुर थाने ले गयी. थाने में पूरा रिकॉर्ड खंगाला गया. एसीबी ने बताया कि एसआइ विक्रम कुमार, देवघर के विचगड़ा गांव के हैं.

By Mithilesh Jha | January 17, 2024 8:04 PM
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धनबाद, नीरज अम्बष्ट : धनबाद जिले के गोविंदपुर थाना में पदस्थापित एसआइ विक्रम कुमार को एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने बुधवार (17 जनवरी) को बैंक मोड़ पर 15 हजार रुपए घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. टीम उन्हें अपने साथ ले गई. दारोगा के विरुद्ध एसीबी में मामला दर्ज कर लिया गया है. एसीबी की टीम आगे की भी जांच कर रही है. एसीबी की टीम ने बताया कि गोविंदपुर थाना में कांड संख्या 410-22 दर्ज है और इस कांड के अनुसंधानकर्ता विक्रम कुमार को बनाया गया था. इस मामले में बाइक को लेकर भूली नगर के रौशन लाल अग्रवाल से बात की और कहा कि आपको इस मामले से हटा दिया जायेगा, लेकिन इसके लिए आपको 20 हजार रुपए देने पड़ेंगे. रौशन लाल अग्रवाल घूस देने के पक्ष में नहीं थे. बाद में 15 हजार रुपए में डील फाइनल होने के बाद एसीबी को इसकी सूचना दी गई. विक्रम कुमार ने बुधवार को रौशन लाल को रुपए देने के लिए बैंक मोड़ बुलाया. एसीबी की टीम सक्रिय हुई और जैसे ही रौशन लाल ने विक्रम को 15 हजार रुपए दिए, एसीबी की टीम ने उन्हें धर दबोचा.


दारोगा विक्रम को गोविंदपुर थाना ले गयी एसीबी की टीम

एसीबी की टीम विक्रम को पकड़ने के बाद उन्हें धनबाद के गोविंदपुर थाने ले गयी. थाने में पूरा रिकॉर्ड खंगाला गया और जहां विक्रम कुमार रहते थे, उसकी भी गहन जांच की गयी. एसीबी ने बताया कि एसआइ विक्रम कुमार, देवघर जिला के सारवां थाना क्षेत्र के विचगड़ा गांव के रहने वाले हैं और उनके पिता का नाम महेश्वर वर्मा है.

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रौशन ने लगभग दो दर्जन को पकड़ा चुका है

रौशन लाल अग्रवाल धनबाद के बहुतचर्चित व्यक्ति हैं. अभी तक लगभग दो दर्जन सरकारी कर्मचारियों को घूस लेते पकड़वा चुके हैं. उन्होंने कई सेंट्रल एजेंसी से लेकर स्टेट एजेंसी तक के कर्मचारियों को घूस लेते ट्रैप करवाया है.

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