बोले धनबाद सांसद ढुलू महतो- हाइकोर्ट की निगरानी में हो पुलिस अधिकारियों की भूमिका की सीबीआइ जांच
यह भी कहा- धनबाद के पूर्व एसएसपी को मिले फांसी की सजा, न्यायालय से ही न्याय की उम्मीद, सीबीआइ जांच में कई पुलिस अधिकारियों का फंसना तय
धनबाद के सांसद ढुलू महतो ने झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा कोयला के धंधे में धनबाद में पदस्थापित रहे पुलिस अधिकारियों की भूमिका की सीबीआइ जांच का स्वागत किया है. साथ ही कहा कि इस मामले की सीबीआइ जांच उच्च न्यायालय की निगरानी में ही होनी चाहिए. श्री महतो ने शुक्रवार को यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि हाइकोर्ट का फैसला सत्य की जीत है. इसके लिए वे लगातार प्रयासरत थे. धनबाद के पूर्व एसएसपी संजीव कुमार के कार्यकाल में अवैध खनन में अरबों रुपये की लूट व वसूली हुई. सैकड़ों लोगों की जान गयी. इसके लिए तत्कालीन एसएसपी जिम्मेदार हैं. कोर्ट से उन्हें फांसी की सजा मिलनी चाहिए. कहा कि यहां पुलिस की वर्दी पहन कर अपराध किया गया है. उन्होंने सरकार के साथ इस मुद्दे पर दर्जनों बार पत्राचार किया. लेकिन, कार्रवाई करने की बजाय उस पुलिस अधिकारी को प्रोन्नति पर प्रोन्नति दी जाती रही. अब न्यायालय से ही उम्मीद है. उन्होंने धनबाद के पूर्व एसएसपी पर कई गंभीर आरोप लगाये. साथ ही कहा कि सत्ताधारी दल का एक नेता पूर्व पुलिस अधीक्षक से सांठ-गांठ कर अपने यहां अवैध लोहा, कोयला गिरा कर कारोबार करता रहा. ऐसे नेताओं पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.
सीएम चाहें, तो मेरे खिलाफ भी जांच करा लें :
सांसद ने कहा कि झामुमो वाले कहते हैं कि हेमंत हैं, तो हिम्मत है. उन्होंने बाघमारा विधायक रहते हुए कई बार सदन में कोयला चोरी, अवैध वसूली का मुद्दा उठाया. कहा कि राज्य सरकार चाहे, तो मेरे (सांसद के) खिलाफ भी जांच करा ले. उनके खिलाफ कई झूठे मुकदमे हुए. लेकिन, आर्थिक अपराध का कोई मुकदमा नहीं हुआ है. प्रेस कांफ्रेंस में भाजपा नेता संजीव अग्रवाल, संजय झा, नितिन भट्ट, मिल्टन पार्थसारथी भी मौजूद थे.धनबाद सहित पूरे राज्य में विधि-व्यवस्था चौपट : सांसद ढुलू महतो ने एक सवाल के जवाब में कहा कि धनबाद सहित पूरे राज्य में विधि-व्यवस्था चौपट हो चुकी है. झरिया में बुधन मंडल की हत्या कर दी गयी. हत्या करने वालों को छोड़ा नहीं जायेगा. ऐसे लोगों पर कार्रवाई के लिए पुलिस को बाध्य किया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है