DHANBAD NEWS : हाल स्वच्छ भारत मिशन का : शौचालय निर्माण करा भुगतान के लिए विभाग का चक्कर लगा रहे लाभुक

DHANBAD NEWS : लाभुकों ने पैसे मांगने का लगाया आरोप, ब्लॉक को-आर्डिनेटर का इनकार, शौचालय निर्माण पर प्रति लाभुक मिलती 12 हजार रुपये सहयोग राशि

By Prabhat Khabar News Desk | September 10, 2024 1:40 AM

हीरालाल पांडेय,

गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र के तिलैया पंचायत स्थित गोरगा गांव में शौचालय का निर्माण कर भुगतान के लिए लाभुक पेयजल व स्वच्छता विभाग के कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. उन्हें अबतक भुगतान नहीं मिल पाया है. जानकारी के अनुसार इलाके के लगभग एक दर्जन लाभुकों ने अपने यहां शौचालय का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है, अब उनको पेयजल व स्वच्छता विभाग के स्वच्छ भारत मिशन अभियान (एसबीएम) के तहत प्रति शौचालय 12 हजार रुपये की सहयोग राशि मिलनी है. इस संबंध में लाभुकों का आरोप है कि ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर भुगतान करने में गड़बड़ी कर रहे हैं. उनका कहना है कि उनको पहले ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर व जल सहिया ने कहा था कि वो लोग अपने घर में शौचालय का निर्माण करा लें. निर्माण कार्य पूरा होने के बाद 12 हजार रुपये का तुरंत भुगतान कर दिया जायेगा. लाभुकों का आरोप है कि शौचालय बने तीन माह बीत गये, लेकिन किसी लाभुक को भुगतान नहीं मिला है. लाभुकों ने इसके लिए दो हजार रुपये प्रति लाभुक मांगने का आरोप लगाया है. इस मामले में पूछे जाने पर कनीय अभियंता मोहम्मद दानिश ने बताया कि वह दो माह पहले पदस्थापित हुए हैं. उनको इसकी जानकारी नहीं है. वहीं ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर हरि महतो ने कहा कि आरोप बेबुनियाद है. फंड की कमी के कारण पैसे का भुगतान नहीं हुआ है.

कहते हैं लाभुक : प्रति शौचालय दो हजार रुपये मांगा जा रहा

ब्लाॅक को-ऑर्डिनेटर हरि महतो व जल सहिया रीना देवी के कहने पर शौचालय का निर्माण पूरा कर दिया है. अब तीन माह बीत जाने के बाद भी भुगतान नहीं मिला है. पैसे के भुगतान के लिए पहले पांच सौ रुपये मांगे गये थे, अब दो हजार रुपये मांगे जा रहे हैं.

दुखु महतो,

लाभुक मेरी पत्नी रेखा देवी के नाम से शौचालय बना. भुगतान के नाम पर ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर कभी कहते हैं कि जेइ का साइन नहीं हुआ है, तो कभी कहते हैं कि और पेपर लाकर दो. रोज चक्कर लगा रहे हैं. को-ऑर्डिनेटर हमलोगों को तरह-तरह का बहाना बना कर टरका रहे हैं.

दिवाकर महतो,

लाभुक शौचालय निर्माण कराने के बाद भुगतान लेने के लिए पेयजल व स्वच्छता विभाग का चक्कर लगाते-लगाते थक गयी हूं. एक हजार से अधिक रुपये गोविंदपुर आने-जाने में खर्चा हो चुके हैं, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं मिला है. हमारी समस्या का जल्द समाधान हो.

शीला देवी,

लाभुक

कहते हैं उप मुखिया : गरीबों की सुननेवाला कोई नहीं

पंचायत के उप मुखिया प्रदीप महतो ने कहा कि लाभुकों को भुगतान नहीं मिलने का मुख्य कारण लेनदेन है. ब्लॉक कोर्डिनेटर हरि महतो व जल सहिया लाभुकों से पैसे की मांग कर रहे हैं. गरीबों का कोई सुननेवाला नहीं है. डीसी लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई करे.

बोलीं जल सहिया : सारे कागजात ब्लॉक काे-ऑर्डिनेटर के पास हैं

इस संबंध में जल सहिया रीना देवी ने कहा कि जिन लाभुकों का शौचालय बन गया है, उन सबका सारा कागज ब्लॉक को-ऑर्डिनेटर के पास जमा कर दिया गया है. अब वही बता सकते हैं कि लाभुकों को भुगतान क्यों नहीं दिया जा रहा है. मैंने किसी से पैसे की मांग नहीं की है.

फंड की कमी से भुगतान नहीं हुआ : ब्लॉक काे-ऑर्डिनेटर

इस संबंध में ब्लॉक काे-ऑर्डिनेटर हरि महतो ने कहा कि छह लाभुकों के शौचालय की जांच कर ली गयी है. अन्य लाभुकों का भी इस सप्ताह में जांच कर लेंगे. फंड की कमी के कारण भुगतान समय पर नहीं हुआ है. दुर्गा पूजा तक सभी लाभुकों को भुगतान हो जाने की संभावना है. पैसे मांगने का आरोप सही नहीं है.

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