Dhanbad: रद्द नहीं होगी कोल सेक्टर के लिए आयोजित फर्स्ट-सेकंड क्लास मैनेजरशिप दक्षता परीक्षा, जानें पूरा मामला

फर्स्ट और सेकंड क्लास मैनेजरशिप दक्षता परीक्षा रद्द नहीं होगी. मार्च 2021 में आयोजित ओरल परीक्षा में कोल सेक्टर के पास हुए थे 1577 अभ्यर्थी. रिश्वतखोरी कांड में डीडीजी की गिरफ्तारी के बाद परीक्षा रद्द होने की जतायी जा रही थी आशंका

By Prabhat Khabar News Desk | September 17, 2021 9:54 AM

Dhanbad News, Jharkhand News धनबाद : फर्स्ट और सेकंड क्लास मैनेजरशिप दक्षता परीक्षा (कोल) रद्द नहीं होगी. खान सुरक्षा महानिदेशालय (डीजीएमएस) ने मार्च 2021 में कोल सेक्टर के लिए आयोजित ओरल परीक्षा में पास अभ्यर्थियों का सर्टिफिकेट जारी करना शुरू कर दिया है. सर्टिफिकेट का वेरिफिकेशन कर एक के बाद एक उन्हें मैनेजरशिप दक्षता सर्टिफिकेट दिया जा रहा है.

घूसकांड के बाद ओरल परीक्षा में पास अभ्यर्थी काफी सशंकित थे. उन्हें परीक्षा रद्द होने का डर सता रहा था. याद रहे कि दक्षता परीक्षा पास कराने के नाम पर 48 अभ्यर्थियों से 72 लाख रुपये के रिश्वतखोरी कांड में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने डीजीएमएस के डीडीजी अरविंद कुमार समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था.

इसके बाद परीक्षा रद्द होने के संकेत मिल रहे थे. दरअसल, वर्ष 1994 में डीजीएमएस के तत्कालीन डीजी बीएन सिंह के कार्यालय में छापेमारी कर सीबीआइ ने 40 लाख रुपये नकद बरामद किये थे. तब उनके कार्यालय के दौरान आयोजित सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गयी थीं. हालांकि इस बार ऐसा नहीं हुआ.

48 अभ्यर्थियों से 72 लाख रुपये रिश्वत लेने का है आरोप
फरवरी माह में ऑनलाइन आयोजित थी परीक्षा

फर्स्ट व सेकंड क्लास मैनेजरशिप दक्षता सर्टिफिकेट की लिखित परीक्षा डीजीएमएस द्वारा फरवरी माह में ऑनलाइन आयोजित की गयी थी. इसमें कोल सेक्टर के कुल 2392 अभ्यर्थी पास हुए थे. 1534 फर्स्ट क्लास व 858 सेकंड क्लास के अभ्यर्थी शामिल थे. लिखित परीक्षा पास अभ्यर्थियों की ओरल परीक्षा मार्च 2021 में आयोजित की गयी थी. इसमें कोयला सेक्टर के कुल 1577 अभ्यर्थी पास हुए हैं. इनमें 1028 अभ्यर्थी फर्स्ट क्लास व 549 अभ्यर्थी सेकंड क्लास के शामिल है.

परंतु ओरल परीक्षा के पैनल में शामिल डीजीएमएस सेंट्रल जोन के तत्कालीन डीडीजी अरविंद कुमार समेत सात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर सीबीआइ ने परीक्षा के नाम पर चल रहे गोरखधंधे का पर्दाफाश किया था. वहीं गोरखधंधे में शामिल होने के आरोप में डीडीजी अरविंद कुमार, उनके भाई कैलाश महतो समेत उनके पांच सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था.

Posted by : Sameer Oraon

Next Article

Exit mobile version