DHANBAD NEWS : 24 घंटे में 101.6 एमएम हुई झमाझम बारिश से पूरे इलाके में जल जमाव, तालाब बनीं सड़कें

जनजीवन अस्त व्यस्त : 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवा, जगह-जगह पेड़ गिरने व पेड़ की डाल टूटने से बाधित हो गयी सड़क, आज मिल सकती है बारिश से राहत, लेकिन हवा चलेगी

By Prabhat Khabar News Desk | September 17, 2024 1:51 AM

धनबाद में शनिवार से शुरू तेज हवा के साथ बारिश का असर तीसरे दिन सोमवार को दिखा. रविवार की दोपहर एक बजे से सोमवार की दोपहर एक बजे तक 101.6 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गयी है. हवा की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटे थी. बारिश से शहर के कई इलाके जलमग्न हो गये. कई जगहों पर पेड़ गिर गये. पेड़ की डालियां टूट गयीं. इस वजह से बिजली व्यवस्था तो चरमरायी ही, राहगीरों को भी चलने में परेशानी हुई. शहर के तपोवन कॉलोनी, नवाडीह, आठ लेन सड़क, भूईफोड़ मंदिर रोड पर जलजमाव हो गया. स्थिति इतनी भयावह हो गयी कि सड़क पर वाहन चलाना भी मुश्किल हो गया. मौसम विभाग की मानें तो डीप डिप्रेशन का असर मंगलवार से कम हो जायेगा. ऐसे में थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है. आंकड़ों की मानें तो एक जून से अभी तक सामान्य वर्षापात 961.6 एमएम होनी चाहिए थी. लेकिन इस अवधि में 1242.1 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गयी है, जो सामान्य वर्षापात से 29 प्रतिशत अधिक है.

झारखंड की ओर बढ़ रहा डीप डिप्रेशन :

मौसम विभाग के अभिषेक आनंद ने बताया कि गंगीय पश्चिम बंगाल और निकटवर्ती झारखंड पर डीप डिप्रेशन 12 किमी प्रति घंटे की गति के साथ पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ा. सोमवार यह को 11.30 बजे तक पुरुलिया (पश्चिम बंगाल) से 10 किमी दक्षिण, बांकुरा (पश्चिम बंगाल) से 70 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, जमशेदपुर (झारखंड) से 50 किमी उत्तर-उत्तर पूर्व और रांची (झारखंड) से 110 किमी पूर्व में केंद्रित था. गंगीय पश्चिम बंगाल और झारखंड में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान कमजोर होकर डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है. इसके बाद अगले 24 घंटों के दौरान यह झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ में पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा. धनबाद में मंगलवार से इसका असर कम होगा. हालांकि हवा चलेगी, लेकिन उसकी रफ्तार कम होगी.

इन जगहों पर गिरे पेड़ :

शहर के पॉलिटेक्निक रोड से बारामुड़ी की ओर जाने वाले रास्ते में और बलियापुर मुख्य सड़क पर पेड़ गिर जाने के कारण वाहन चालकों के साथ ही राहगीरों को परेशानी झेलनी पड़ी. लोगों ने खुद ही रास्ता बनाया, तब वाहनों का आवागन शुरू हुआ. वहीं डीसी आवास के पास, डीडीसी आवास के पास, खड़ेश्वरी मंदिर के पास, हटिया मोड़ के पास समेत अन्य जगहों पर पेड़ की डाल गिर गयी. वहीं जयप्रकाश नगर गली नंबर आठ में चहारदीवारी गिर गयी. घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है.

घरों व दुकानों में घुसा पानी :

भूईंफोड़ रोड में एक ट्रैक्टर शो रूम के समीप सड़क तालाब में तब्दील हो गयी. इस कारण सड़क पर चलना मुश्किल हो गया. सड़क के किनारे एक दर्जन से अधिक दुकानों में पानी भर गया. लोग दुकानों में रखे सामानों को बचाने में जुटे रहे. मोटर लगा कर लोग बाहर निकाला जा रहा था, लेकिन बिजली भी साथ नहीं दे रही थी. बाद में सड़क के बीच में बने डिवाइडर को आम लोगों ने तोड़ दिया, ताकि सड़क पर जमा पानी दूसरी तरफ निकल सके.

तालाब हो गये ओवर फ्लो :

बारिश के कारण विकास नगर का तालाब ओवर फ्लो कर गया है. स्थिति यह हो गयी कि तालाब का पानी दूसरी तरफ बहने लगा. वहीं दूसरे तालाबों की स्थिति यही हो गयी है. अधिकांश तालाब भर गये हैं.

नावाडीह की स्थिति दयनीय :

बारिश की वजह से जलजमाव से नावाडीह की स्थिति दयनीय हो गयी है. यहां रहने वाले लोग अपने घरों में कैद हो गये है. जरूरी सामान लेने के लिए लोग अपने घरों से नहीं निकल पा रहे हैं. हर साल कॉलोनी की स्थिति बेहद खराब हो जाती है, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. फ्लैट के पार्किंग और घर के पहले तल्ले में पानी प्रवेश कर गया है. घर-आंगन पानी से लबालब भर गये. दुकानों में पानी भरने से सामान खराब हो गये है. लोगों ने बताया कि घरों के अंदर में दो फिट से अधिक पानी भरा हुआ है. आठ लेन सड़क पर पानी निकासी का जो पुल बनना था, वह बना ही नहीं है. इस कारण उनकी समस्या बढ़ गयी है.

तपोवन कॉलोनी में भर गया है पानी :

तपोवन कॉलोनी में पानी भर गया है. लोगों ने बताया कि पूरी कॉलोनी पानी में डूबी हुई है. जरूरी कार्य करने के लिए भी लोगों को निकलने में परेशानी हो रही है. यहां हर साल यही स्थिति रहती है.

बिजली संकट ने बढ़ायी परेशानी :

तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से शहर में बिजली संकट गहरा गया है. बारिश के कारण बिजली के केबल व ट्रांसफॉर्मर जलने समेत अन्य फॉल्ट आने से बिजली व्यवस्था ठप हो गयी है. खराबी को दुरुस्त करने के लिए विभाग के कर्मचारी बारिश में भी लगातार काम कर रहे हैं. ऐसे में स्थिति यह हो गयी है कि मामूली खराबी को दूर करने के लिए विभाग के कर्मी तैयार नहीं है. वहीं मैन पावर की कमी के कारण खराबी भी दूर नहीं हो पा रही है. जबकि तेज हवा और बारिश के कारण खराबी आने का सिलसिला कम नहीं हो रहा है. ग्रामीण इलाकों में तो स्थित और भी खराब है. लोग बिजली के लिए परेशान दिख रहे हैं.

शहर के कई इलाके जलमग्न :

पोलिटेक्निक रोड से बारामुड़ी की ओर जाने वाले रास्ते में और बलियापुर मुख्य सड़क पर पेड़ गिर गया. वहीं डीसी आवास के पास, डीडीसी आवास के पास, खड़ेश्वरी मंदिर के पास, हटिया मोड़ के पास समेत अन्य जगहों पर पेड़ की डाल गिर गयी. वहीं जयप्रकाश नगर गली नंबर आठ में बाउंड्रीवाल गिर गया. तपोवन कॉलोनी और नवाडीह में जलमग्न हो गया. लोगों के घरों में पानी भर गया.

इन इलाकों में गुल रही बिजली :

शहर के हीरापुर, धैया, सरायढेला, पोलिटेक्निक, भूदा, मनईटांड़ सबस्टेशन से जुड़े इलाकों में बिजली संकट से लोग परेशान हैं. आधा दर्जन से अधिक जगहों पर तार गिर गये हैं. वहीं एक दर्जन से अधिक जगहों पर ट्रांसफॉर्मर में खराबी आयी है. खराबी को दूर करने में विभाग के अभियंता व कर्मचारी जुटे रहे. हीरापुर, सरायढेला, पोलिटेक्निक इलाकों में देर रात तक बिजली संकट रहा है. अधिकांश इलाकों में सुबह कटी बिजली देर रात तक नहीं लौटी थी.

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