पशुओं के बीमार होने पर अब धनबाद के पशुपालकों को इलाज के लिए उन्हें अस्पताल लेकर जाने की चिंता नहीं करनी होगी. जिले में 108 एंबुलेंस की तर्ज पर बीमार पशुओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की तैयारी है. इसके लिए राज्य सरकार ने डायल 1962 योजना शुरू की है. इसके तहत पशुओं के बीमार होने पर पशुपालक 1962 नंबर पर कॉल कर सकते हैं. कॉल करने के बाद उनके द्वारा बताये पते पर पशु मोबाइल एंबुलेंस पहुंच जायेगा. पशुओं की जांच कर बीमारी का इलाज पशुपालकों के घर पर ही किया जायेगा. योजना को धरातल पर उतारने के लिए राज्य सरकार ने 108 एंबुलेंस का संचालन कर रही एजेंसी इएमआरआइ ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के साथ समझौता किया है. धनबाद में अगले माह से योजना शुरू की जा सकती है.
कॉल करने के दो घंटे के अंदर मिलेगा सेवा का लाभ :
इस सेवा का लाभ लेने के लिए पशुपालकों को टोल फ्री नंबर 1962 पर फोन करना होगा. कॉल करने के दो घंटे के अंदर चिकित्सक उनके घर जाकर पशुओं का इलाज करेंगे. वहीं कृत्रिम गर्भाधान समेत इलाज से संबंधित सुविधा उपलब्ध करायेंगे. पशुपालक सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं. शाम पांच बजे के बाद यह सेवा बंद रहेगी.मोबाइल एंबुलेंस में पशु चिकित्सक व कंपाउंडर की होगी तैनाती :
डायल 1962 के तहत संचालित होने वाली मोबाइल एंबुलेंस में एक वेटनरी चिकित्सक के साथ कंपाउंडर की तैनाती होगी. वेटनरी चिकित्सक व कंपाउंडर की व्यवस्था आउटसोर्सिंग के आधार पर कर योजना का संचालन इएमआरआइ ग्रीन हेल्थ सर्विसेज द्वारा किया जायेगा.धनबाद को मिलेंगे 15 एंबुलेंस :
डायल 1962 के तहत पशुओं को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए धनबाद को 15 एंबुलेंस मिलेंगे. एजेंसी के प्रतिनिधियों ने बताया कि एंबुलेंस रांची पहुंच चुके हैं. जल्द ही उन्हें धनबाद लाया जायेगा. धनबाद के सभी प्रखंडों में एक-एक एंबुलेंस को तैनात किया जायेगा. शेष बचे एंबुलेंस जिले के विभिन्न स्थानों पर बने पशु अस्पताल में तैनात किये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है