टुंडी सीएचसी में नहीं मिला समुचित इलाज, निजी अस्पताल पहुंचे डायरिया मरीज
निजी अस्पतालों की शरण में डायरिया मरीज
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र टुंडी में समुचित इलाज नहीं मिलने के कारण टुंडी के नारंगडीह के डायरिया पीड़ित वहां छोड़ कर राजगंज निजी अस्पताल इलाज कराने शुक्रवार को पहुंचे. बताया जाता है कि विगत कई दिनों से टुंडी के बेंगनरिया पंचायत के नारंगडीह गांव में डायरिया फैला है. बुधवार को आधा दर्जन लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से 108 एम्बुलेंस से ले जाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र टुंडी में भर्ती कराया गया था. पीड़ितों में शामिल कलेश्वर सोरेन के अनुसार, सीएचसी टुंडी में इलाज संबंधी व्यवस्था बदतर थी. न ढंग से दवा मिल रही थी और न ही सोने की व्यवस्था थी. कभी एक स्वास्थ्यकर्मी आकर देखते थे, तो दूसरे चले जाते थे. ऐसे में वे लोग बेहतर इलाज व जान बचाने के लिए राजगंज के निजी नर्सिंग होम में भर्ती हुए हैं. यहां दोपहर बाद से इलाज शुरू हुआ है, जिससे हालत आगे से बेहतर है.
टुंडी सीएचसी से ये मरीज आये राजगंज
कलेश्वर सोरेन (42), मनोज सोरेन (33), सिमोती देवी (45), दिलीप बेसरा (30), सरिता देवी (37), बाबुनी देवी (55), विभीषण देवी (30), फूलो देवी (55), टीकाराम मुर्मू (65), कमलेश्वर सोरेन (30).पीड़ितों ने विभाग पर लगाये कई आरोप
पीड़ितों ने कहा कि विभाग की लापरवाही के कारण उनलोगों के परिजन निशोदी मुर्मू की मौत हो गयी. सही समय पर एम्बुलेंस आता व इलाज मिलता तो वह बच सकती थी. कलेश्वर व कमलेश्वर सोरेन ने बताया कि उनलोगों द्वारा एक दिन पूर्व सुबह आठ बजे 108 एम्बुलेंस के लिए फोन किया गया था, लेकिन तीन बजे पहुंचा. इसके बाद सभी टुंडी सीएचसी पहुंचे, वहां भी ढंग से इलाज नहीं मिला.सभी की स्थिति खतरे से बाहरस्थानीय नर्सिंग होम के संचालक दिलीप गोप के अनुसार, सभी पीड़ित बेहद गरीब परिवार से हैं. एक-एक मरीज को अभी तक 10-10 से अधिक स्लाइन चढ़ चुका है. सभी खतरे से बाहर हैं. उन्होंने बताया कि सभी मरीजों को दस्त व उल्टी की शिकायत है.
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