संवाददाता, धनबाद.
दुर्गा पूजा पर धनबाद से भारी संख्या में लोग वैष्णो देवी, मैहर, विंध्याचल व कामख्या जाते हैं. यहीं कारण है कि इस रूट की ट्रेनों में बुकिंग में तेजी देखी जा रही है. इन ट्रेनों में सीट मिलनी मुश्किल हो गयी है. दुर्गा पूजा तीन अक्तूबर से शुरू हो रहर है, लेकिन पूजा के पहले से पूजा के बाद तक ट्रेन में सीट नहीं मिलेगी. वैष्णो देवी के लिए धनबाद होकर जम्मूतवी तक के लिए एक नियमित व एक साप्ताहिक ट्रेन चल रही है. इसमें अक्तूबर तक सीट मिलनी मुश्किल है. वहीं मैहर के लिए के लिए दो ट्रेन चल रही है. इसमें एक नियमित व एक सप्ताह में तीन दिन है. ट्रेनों में गिनती के सीट बची हैं.विंध्याचल जाने वाली ट्रेनों का हाल :
विंध्याचल के लिए पांच ट्रेनें हैं. 12321 मुंबइ मेल नियमित है, 20975 हावड़ा-आगरा कैंट एक्सप्रेस सप्ताह में एक दिन, 12175 चंबल एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन, 22912 शिप्रा एक्सप्रेस सप्ताह में दो दिन और 12177 चंबल एक्सप्रेस सप्ताह में एक दिन है. हावड़ा-आगरा कैंट में सीट नहीं है, इन ट्रेनों में वेटिंग की संख्या बढ़ती जा रही है. मुंबई मेल में गिनती की सीट खाली बची हैं. चंबल एक्सप्रेस, शिप्रा एक्सप्रेस, चंबल एक्सप्रेस में सीट नहीं है.कामख्या जाने वाली ट्रेन भी फुल :
कामख्या जाने के लिए सिर्फ एक ट्रेन है. वह भी सप्ताह में एक दिन चलती है. इसमें सीट मिलनी मुश्किल होगी. तीन अक्तूबर की ट्रेन में स्लीपर व थर्ड एसी में सीट है लेकिन सेकेंड एसी में वेटिंग चल रही है.स्पेशल ट्रेन भी नहीं :
सभी ट्रेनों में लंबी वेटिंग चल रही है. इसे देखते हुए लोग टिकट बुक कराने की जगह वैकल्पिक व्यवस्था की तलाश कर रहे हैं. इसके बाद भी अब तक रेलवे की ओर से कोई भी पूजा स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा नहीं की गयी है. स्थिति यह कि दीपावली व छठ को लेकर ट्रेनों की सीटें फुल होनी शुरू हो गयी हैं. खास कर लंबी दूरी वाले ट्रेनों में सीट मिलनी मुश्किल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है