कर्नाटक के महिला विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल हुई दिनेश रविकर की कविता

आइआइटी आइएसएम धनबाद से टेक्निकल सुपरिंटेंडेंट के पद से सेवानिवृत्त वरिष्ठ साहित्यकार दिनेश रविकर द्वारा लिखित प्रबंध-काव्य भगवती शांता - भगवान राम की सगी बहन बहुत प्रसिद्ध हुई.

By Prabhat Khabar News Desk | July 23, 2024 2:16 AM

धैया निवासी वरिष्ठ साहित्यकार व छंद-शास्त्री दिनेश चंद्र गुप्ता ””””रविकर”””” की कविता ””””आरोग्य-सूत्र”””” कर्नाटक राज्य के अक्कमहादेवी महिला विश्वविद्यालय विजयपुर के स्नातक पाठ्यक्रम के हिंदी अनिवार्य विषय में शामिल की गयी है. उक्त कविता स्वास्थ्य संबंधित नियमों पर आधारित है. आइआइटी आइएसएम धनबाद से टेक्निकल सुपरिंटेंडेंट के पद से सेवानिवृत्त वरिष्ठ साहित्यकार दिनेश रविकर द्वारा लिखित प्रबंध-काव्य भगवती शांता – भगवान राम की सगी बहन बहुत प्रसिद्ध हुई. वहीं भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित प्रबंध-काव्य धरती आबा प्रकाशनाधीन है. दिनेश रविकर की इस उपलब्धि पर कोयलांचल के प्रमुख साहित्यकारों ने उन्हें बधाई दी. बधाई देनेवालों में डॉ संगीता नाथ, स्नेहप्रभा पांडेय, अनंत महेन्द्र, मनोज बरनवाल अनजान, प्रीति कर्ण, प्रियदर्शिनी पुष्पा, शालिनी झा, रिंकू दुबे वैष्णवी, तुषार कश्यप आदि ने हर्ष जताया है.

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आइआइटी आइएसएम और बीसीसीएल के बीच एमओयू

धनबाद के गरीब परिवारों के बच्चों के बीट साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमेटिक्स (स्टेम) को बढ़ावा देने के लिए के लिए आइआइटी आइएसएम और बीसीसीएल के बीच सोमवार को कोयला भवन में एमओयू हुआ है. इसके तहत धनबाद के कोल बियरिंग क्षेत्रों में रहने वाले गरीब परिवारों के बीच के स्टेम को बढ़ावा देने के लिए आइआइटी आइएसएम के मैनेजमेंट विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रश्मि सिंह द्वारा अभियान चलाया जायेगा. इस एमओयू पर आइआइटी आइएसएम की ओर से डॉ रश्मि सिंह ने और बीसीसीएल की ओर से कंपनी के के जीएमपी (सीएसआर) बिद्युत साहा ने हस्ताक्षर किया. मौके पर बीसीसीएल के कार्मिक निदेशक मुरली कृष्ण रमैया और व आइआइटी आइएसएम की ओर से एसोसिएट प्रोफेसर प्रोफेसर नीलाद्रि दास उपस्थित थे.

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