DHANBAD NEWS : सांसद पीएन सिंह ने कहा – कोलियरी में कोयला नहीं अब रंगदारी है
इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन की 91 वीं आमसभा में कोयला आधारित उद्योगों की समस्याओं पर हुई चर्चा, वक्ताओं ने कहा-ईंधन आपूर्ति समझौता ही हार्ड कोक के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प, जब कोटा से कोयला मिलता था, तब एक छटांक चोरी नहीं होती थी
इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन की 91 वीं आम सभा पर हार्ड कोक इंडस्ट्रीज की दशा व दिशा पर मंथन हुआ. कोल इंडिया निशाने पर रहा. सांसद पीएन सिंह ने कोयला चोरी में रंगदारी का मामला उठाया, तो विधायक राज सिन्हा ने बालू, लोहा, कोयला और तेल चोरी को संगठित अपराध बताया. एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने कहा कि ईंधन आपूर्ति समझौता ही हार्डकोक के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प है. वरीय उपाध्यक्ष एसके सिन्हा (पल्टन बाबू) ने कहा कि जब कोटा से कोयला मिलता था, तब एक छंटाक कोयले की चोरी नहीं होती थी. लगभग ढाई घंटे तक चली आमसभा में इंडस्ट्रीज की हालत व उसके निदान पर चर्चा की गयी. पूरे मामले को सरकार के समक्ष रखने का निर्णय लिया गया. आमसभा की अध्यक्षता अध्यक्ष बीएन सिंह ने किया. स्वागत भाषण उपाध्यक्ष रतनलाल अग्रवाल, संचालन डॉ प्रमोद पाठक व धन्यवाद ज्ञापन वरीय उपाध्यक्ष एसके सिन्हा ने किया.
ई-ऑक्शन का कोयला महंगा और चोरी का कोयला सस्ता है :
पूर्व सांसद पीएन सिंह ने कहा कि कोलियरी में अब कोयला नहीं रंगदारी है. पहले लिंकेज से कोयला मिलता था. प्रक्रिया सरल थी. कोयल का दाम भी फिक्स था. कोल इंडिया और बीसीसीएल की ई-ऑक्शन पद्धति से कोयला उद्योग में क्रंदन है. ई-ऑक्शन का कोयला महंगा और चोरी का कोयला सस्ता है. कोयला, बीसीसीएल का नहीं है, राष्ट्र की संपत्ति है. कोयला की चोरी कैसे रुके इस पर सरकार को ध्यान देने की आवश्यकता है. धनबाद की अर्थव्यवस्था बीसीसीएल, इसीएल व हार्डकोक पर निर्भर है. हार्डकोक इंडस्ट्रीज को समानता से चलाने की आवश्यकता है. हार्डकोक इंडस्ट्रीज में 90 प्रतिशत ग्रामीणों को रोजगार मिला है. हार्डकोक इंडस्ट्रीज गांव की अर्थव्यवस्था को सुधारने का काम करती है. धनबाद में हवाई अड्डा मामले पर सांसद ने कहा कि हवाई अड्डा के लिए राज्य सरकार तैयार नहीं थी, कैसे हवाई अड्डा बनता. राज्य सरकार जब तक जमीन अधिग्रहण कर नहीं देती है. हवाई अड्डा नहीं बन सकता है. अगर कोई बोलता है तो गलत है.कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया की नीतियों के कारण हार्डकोक उद्योग संकट में : बीएन सिंह
इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने कहा कि हार्डकोक इंडस्ट्रीज देश को आत्मनिर्भर बनाने का काम करता है. जिस तरह का सहयोग राज्य सरकार से मिलना चाहिए, वह नहीं मिलता. आज भी आवश्यकता अनुरूप गुणवत्ता और मात्रा में कोकिंग कोल नहीं मिलता. कोयला मंत्रालय मांगों पर विचार नहीं करता. नीतिगत फैसले और केंद्र की विभिन्न सरकारों के सौतेले व्यवहार व कोल इंडिया तथा भारत कोकिंग कोल के असहयोग के चलते हमारा उद्योग धीरे-धीरे फिसलता गया. यह स्थिति आज भी जारी है. पहले कोयला नियंत्रक द्वारा कोयला कंपनियों एवं जिला उद्योग केंद्र के संयुक्त जांच के बाद उद्योगों की क्षमता के अनुसार कोयले की आवश्यक आपूर्ति लिंकेज के जरिए की जाती थी. यह व्यवस्था उद्योग हित में थी और 2008 तक चली. बाद में ईंधन आपूर्ति करार के जरिए कोयला आपूर्ति किया जाने लगा. यह व्यवस्था जुलाई 2019 तक पूरी तरह से समाप्त कर दी गयी. इसके बाद हमें लिंकेज ऑक्शन के जरिए कोयला नीलामी में शामिल होकर कोयला लेने का आदेश दिया गया. पिछले दिनों कुछ हार्ड कोक इकाइयों ने जमानत राशि जमा कर लिंकेज ऑक्शन में शामिल होने का निर्णय लिया, लेकिन नीलामी के दौरान कोयले की कीमत अनावश्यक रूप से बढ़ गयी और खुले बाजार की कीमत से भी ज्यादा हो गयी.कोयला, बालू, लोहा व तेल चोरी संगठित अपराध हो गया है : विधायक
विधायक राज सिन्हा ने कहा कि वर्तमान सरकार में बालू, लोहा, कोयला और तेल चोरी संगठित अपराध हो गया है. नीचे से लेकर ऊपर तक ऑर्गेनाइज्ड तरीके से पूरी टीम काम कर रही है. विधायक ने कोयला चोरी पर टिप्पणी करते हए कहा कि एक व्यक्ति ने कहा कि मोटरसाइकिल का परमिट नहीं है. झारखंड में कैसे जायेंगे. इस पर उसके दोस्त ने कहा कि मोटरसाइकिल पर एक बोरा कोयला लाद, लो झारखंड में कहीं कोई नहीं पड़केगा. विधि व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि लॉ एंड आर्डर में काफी गिरावट आयी है. यह चिंता का विषय है. सरकार को विकास से कोई मतलब नहीं है. कोयला राज्य मंत्री से मिलकर हार्डकोक की समस्याओं का निराकरण करने की पहल करेंगे.जितना कोयला उत्पादन होता है, उसका 60 प्रतिशत चोरी हो जाता है : एसके सिन्हा
वरीय उपाध्यक्ष एसके सिन्हा ने कहा कि जब कोटा से कोयला मिलता था तो चोरी नहीं होती थी. कोलियरियों में कोटा का कोयला बचता नहीं था न चोरी होती थी. आज जितना प्रोडक्शन होता है, उसका 60 प्रतिशत कोयला चोरी हो जाता है. उन्होंने कहा कि कोल मंत्रालय ने क्वालिटी रिस्ट्रिक्शन जारी किया है. इससे इंडस्ट्रीज को फायदा होगा.बीएन सिंह फिर बने इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के अध्यक्ष
इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन की नयी कार्यकारिणी का गठन शुक्रवार को किया गया. 25 साल से लगातार अध्यक्ष रहे बीएन सिंह को अगले सत्र के लिए भी अध्यक्ष की कमान सौंपी गयी. वरीय उपाध्यक्ष पद पर एसके सिन्हा व उपाध्यक्ष पद पर रतनलाल अग्रवाल भी अगले सत्र तक अपनी सेवा देंगे. कार्यकारिणी में एसोसिएशन के सुनील कुमार अग्रवाल, कैलाश प्रसाद अग्रवाल, रमेश कुमार गुटगुटिया, केदारनाथ मित्तल, शंभु नाथ अग्रवाल, नवीन कुमार सिन्हा, योगेंद्र नाथ नरूला, रामेश्वर दयाल अग्रवाल, सज्जन कुमार खरकिया, सचितानंद सिंह, अमितेश कुमार सहाय शामिल हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है