बोकारो दिशा की बैठक में सांसद, डीसी व एसपी में हुई तीखी बहस, गिरिडीह सांसद ने मामला संभाला

सांसद बोले-ठेकेदार अपराधी था, तो उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया, डीसी ने कहा- अधिकारियों को डिमॉरलाइज कर काम नहीं कराया जा सकता

By Prabhat Khabar News Desk | July 20, 2024 11:54 AM

बोकारो के न्याय सदन सभागार में शुक्रवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक काफी हंगामेदार रही. गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में धनबाद के सांसद ढुलू महतो, बोकारो की उपायुक्त विजया जाधव व आरक्षी अधीक्षक पूज्य प्रकाश के बीच तीखी बहस हुई. इसका ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. दरअसल, बैठक शुरू होते ही धनबाद सांसद ढुलू महतो ने ठेकेदार शंकर रवानी हत्याकांड का मामला उठाया. इस पर डीसी ने कहा कि उस मामले के लिए यह उचित फोरम नहीं है. इस पर अलग से बातचीत की जायेगी. पर सांसद ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा होगी. इस पर डीसी विजया जाधव ने सवाल किया कि जब शंकर रवानी तड़ीपार था, तो फिर छिप-छिप कर यहां आना उचित था क्या. इस पर सांसद ने कहा कि एसपी को 15 दिन पहले बताया गया था कि यहां विधि-व्यवस्था खराब है, फिर क्यों नहीं कुछ कार्रवाई हुई.

क्या बोले आरक्षी अधीक्षक पूज्य प्रकाश

सांसद जी, मेरी बात सुन लीजिए. पहला नंबर आपको मर्यादा में बोलना चाहिए. हम दोनों पद पर हैं. लोकसेवक के रूप में आप भी हैं, हम भी हैं. आपने सिर्फ केस नंबर बताया था. थाना प्रभारी कार्रवाई कर रहे थे. बीच में मुहर्रम आ गया. व्यस्त हो गये थे. आपने अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया. हम भी कर सकते हैं. लेकिन हमने ऐसा नहीं किया.

क्या बोलीं उपायुक्त विजया जाधव

डीसी विजया जाधव ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि यह उचित फोरम नहीं है. इस पर अलग से बात होगी. आप सांसद हैं. सांसद की एक गरिमा है. अधिकारियों से सही तरीके से बात हो. हमेशा सहयोग मिलेगा. अगर कहीं सहयोग नहीं मिल रहा है, तो मेरा फोन 24 घंटे चालू रहता है. किसी अधिकारी की कार्यशैली के बारे में यहां बात नहीं करें. दिशा की बैठक है. अध्यक्ष से इस मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं ली गयी है. एमपी पद की गरिमा है. 130 करोड़ लोग आपको देख रहे हैं. ऑफिसर्स को डिमॉरलाइज करके काम नहीं कराया जा सकता है.

क्या बोले धनबाद सांसद ढुलू महतो

एसपी की कार्यशैली से पहले भी आपको (डीसी) को अवगत कराये हैं. शंकर रवानी के बारे में भी बताये थे. इस फोरम पर बात करनी है तो कीजिए, नहीं तो मत कीजिये. अगर शंकर रवानी गलत था, तो उस पर कार्रवाई क्यों नहीं की गयी.

क्या बोले गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी

आरोप-प्रत्यारोप व बहस का दौर रोकते हुए सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने मामले में हस्तक्षेप किया और कहा कि इस मुद्दे पर बाद में बात कर लेंगे, फिर विवाद शांत हुआ.

Also Read: रिवाइज झरिया मास्टर प्लान की कोयला मंत्री ने की समीक्षा, कैबिनेट से मंजूरी के संकेत

एक दिन पहले भी सांसद और एसपी के बीच हुई थी तीखी बहस

ठेकेदार शंकर रवानी की हत्या के बाद गुरुवार को धनबाद सांसद ढुलू महतो व एसपी पूज्य प्रकाश के बीच फोन पर तीखी बहस हुई थी. सांसद ने एसपी पर कई गंभीर आरोप लगाये थे. डीजीपी और डीआइजी से भी बातचीत की थी. आज की बैठक में भी इसका असर दिखने को मिला.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version