Dhanbad News : तीन साल से नहीं मिला है आंगनबाड़ी केंद्रों में भवन किराया
विभाग व सेविका-सहायिका आमने-सामने, विभाग ने कहा : मकान मालिक के खाते में दिया जायेगा किराया, सेविका-सहायिकाएं बोलीं-हमने भर दिया है पैसा, हमें चाहिए किराया
जिले में कार्यरत आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन साल से हाउस रेंट का भुगतान विभाग द्वारा नहीं किया गया है. केंद्र की सेविका सहायिका ने बताया कि 2021 से 2024 तक का भवन किराया बकाया है. इस किराया को लेकर विभाग व सेविका-सहायिका आमने-सामने हैं. विभाग का कहना है भवन का किराया मकान मालिक के खाता में जायेगा. उनका बैंक एकाउंट नंबर जमा करें. वहीं सेविका सहायिका का कहना है कि हम हर महीने किराया जमा करते हैं. किराया नहीं देने पर मकान मालिक घर खाली करने का नोटिस देते हैं. अभी तक तो हम मैनेज कर रहे थे, अब परेशानी हो रही है. पहले विभाग हमें तीन साल का भवन किराया दे, उसके बाद उसका भुगतान मकान मालिक को किराया का भुगतान करे.
शहरी क्षेत्र में छह हजार व ग्रामीण के लिए दो हजार रुपये है किराया :
सेविका, सहायिकाओं ने बताया कि विभाग द्वारा अलग-अलग क्षेत्र के लिए अलग अलग किराया तय किया गया है. शहरी क्षेत्र के लिए छह हजार, ग्रामीण क्षेत्र के लिए दो हजार रुपये भवन का किराया है. इसमें रसोई घर, भंडार घर, बड़ा हॉल, शौचालय के साथ बिजली पानी की सुविधा होनी चाहिए. जिला समाज कल्याण विभाग की गाइडलाइन के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्र में क्लास रूम, किचेन, स्टोर रूम व टायलेट, इलेक्ट्रिीसिटी, वाटर का होना जरूरी है.कोट
आंगनबाड़ी केंद्र का हाउस रेंट डायरेक्ट मकान मालिक के बैंक एकाउंट में ट्रांसफर किया जायेगा. इसके लिए सेविका से मकान मालिक का बैंक एकाउंट नंबर मांगा गया है. शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के लिए अलग अलग भवन किराया दिया जायेगा. लेकिन भवन विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार होना चाहिए. अगर किसी सेविका या सहायिका के घर में केंद्र चल रहा है, तो उन्हें किराया का भुगतान नहीं किया जायेगा.अनिता कुजूर,
जिला समाज कल्याण पदाधिकारीतीन साल का मकान का किराया व छह महीने का केंद्रांश बकाया होने से केंद्र चलाने में परेशानी हो रही है. विभाग से पहले से कोई नोटिस नहीं दिया गया. अचानक मकान मालिक का एकाउंट नंबर मांगा गया, ताकि भवन किराया सीधे उनके खाता में डाला जा सके. सेविका सहायिका ने तो भवन किराया दे दिया है. पहले उनके द्वारा दी गयी राशि उन्हें दे दी जाये, उसके बाद मकान मालिक के खाता में भवन किराया डाला जाये.
पुष्पा कुमारी,
महामंत्री आंगनबाड़ी कर्मचारी संघडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है