धनबाद: कोलकाता की ट्रेनी महिला डॉक्टर से हैवानियत के विरोध में शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल रविवार को तीसरे दिन भी जारी रही. लगातार चार दिनों से ओपीडी सेवा बंद होने के कारण अस्पताल की इमरजेंसी पर मरीजों का दबाव बढ़ गया है. स्थिति यह है कि सर्दी, खांसी से ग्रसित मरीज भी इलाज कराने के लिए इमरजेंसी पहुंच रहे हैं. इसके अलावा अन्य बीमारियों से ग्रसित व सड़क दुर्घटनाओं में घायल मरीजों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है. सीमित चिकित्सक व उसके मुकाबले अत्यधिक मरीजों के पहुंचने पर इमरजेंसी में चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गयी है. मरीजों को बरामदे में स्ट्रेचर पर इलाज के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है.
जूनियर चिकित्सक क्यों हैं हड़ताल पर?
झारखंड जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क के आह्वान पर एसएनएमएमसीएच के जूनियर चिकित्सक हड़ताल पर हैं. हड़तालियों चिकित्सकों ने ओपीडी समेत अस्पताल के विभिन्न विभागों के ओटी में ताला जड़ दिया है. इस कारण ऑपरेशन भी बाधित है.
सोमवार को कौन-कौन सी सेवा रहेगी ठप?
जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल सोमवार को भी जारी रहेगी. एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने सोमवार को भी अस्पताल की ओपीडी सेवा ठप रहने की संभावना जतायी है. इससे इमरजेंसी में मरीजों का और दबाव बढ़ेगा. इससे परेशानी होगी.
चार दिनों में टले कितने मरीजों के ऑपरेशन?
हड़ताल के कारण एसएनएमएमसीएच के विभिन्न विभागों में भर्ती लगभग 40 मरीजों का ऑपरेशन टल गया है. इन मरीजों का गुरुवार से शनिवार तक ऑपरेशन होना था.
जूनियर चिकित्सकों ने कहां किया प्रदर्शन?
हड़ताल के तीसरे दिन भी जूनियर चिकित्सकों ने एसएनएमएमसीएच मुख्य बिल्डिंग के समीप धरना-प्रदर्शन किया. इस दौरान कोलकाता की ट्रेनी चिकित्सक के साथ घटित घटना में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करने व उन्हें फांसी की सजा दिलाने की मांग की.
प्राचार्य सह प्रभारी अधीक्षक कब करेंगे जूनियर चिकित्सक से वार्ता?
प्राचार्य सह प्रभारी अधीक्षक डॉ ज्योति रंजन प्रसाद ने कहा कि हड़ताल समाप्त करने की कोई सूचना जूनियर चिकित्सकों ने नहीं दी है. इसे देखते हुए वरीय चिकित्सकों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है. प्रयास रहेगा कि जूनियर डॉक्टर्स की सहमति पर वरीय चिकित्सकों के माध्यम से ओपीडी सेवा बहाल की जाये. इस संबंध में सोमवार को जूनियर चिकित्सक से वार्ता करेंगे.
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