धनबाद : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय द्वारा 2022 में यूजी, पीजी और बीएड की पढ़ाई पूरा करने वाले विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट नहीं देने से कई की नौकरी दांव पर है. उन्हें अपनी नौकरी के लिए अपनी डिग्री का मूल प्रमाणपत्र चाहिए. लेकिन विवि प्रशासन मूल प्रमाणपत्र मार्च में होने वाले दीक्षांत समारोह में देने पर अड़ा है. छात्रों के अनुसार उन लोगों ने हाल के दिनों में विभिन्न सरकारी नौकरी के लिए होने वाली परीक्षाओं में सफलता हासिल की है. अब इन सभी छात्रों को साक्षात्कार के समय मूल प्रमाणपत्र चाहिए. लेकिन विवि द्वारा मूल प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है.
डीजी लॉकर का प्रमाणपत्र स्वीकार्य नहीं : छात्रों के अनुसार जिन संस्थानों में नौकरी मिली है, उन्हें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि साक्षात्कार के समय केवल केवल मूल प्रमाणपत्र देना होगा. किसी भी स्थिति में डीजी लॉकर पर अपलोड किया गया प्रमाणपत्र नहीं चलेगा.
बीबीएमकेयू से 2022 में पीजी की पढ़ाई पूरी करने वाली एक छात्रा परीक्षा विभाग में मूल प्रमाण के लिए पहुंची थी. उसे यह प्रमाणपत्र लैब असिस्टेंट पोस्ट के लिए होने वाले साक्षात्कार के लिए चाहिए था. उसने परीक्षा नियंत्रक डॉ एसके वर्णवाल को बताया कि उसने पहले डीजी लॉकर पर अपलोडेड प्रमाणपत्र जमा किया था. लेकिन साक्षात्कार लेने वाली संस्था ने उसका यह प्रमाणपत्र स्वीकार नहीं किया, उसे मूल प्रमाणपत्र ही देना होगा. बीबीएमकेयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ एसके वर्णवाल विवि में अभी दीक्षांत समारोह के बिना सर्टिफिकेट देने का प्रावधान नहीं है. इससे पहले इसे लागू करने की कोशिश की गयी थी. लेकिन परीक्षा बोर्ड ने इसे खारिज कर दिया था. अभी हम छात्रों को बोनाफाइड सर्टिफिकेट ही दे सकते हैंं. हालांकि जल्द ही प्राथमिकता के आधार पर सर्टिफिटेक देने के लिए फिर से प्रावधान शुरु करने की कोशिश की जाएगी.