Dhanbad News :जमीन की कमी से ब्लॉक दो एबीओसीपी में बंद हो सकता है कोयला खनन
Dhanbad News :जमीन की कमी से ब्लॉक दो एबीओसीपी में बंद हो सकता है कोयला खनन
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उत्पादन के लिए बची है मात्र एक माह के लिए जमीन, तत्काल जरूरत है 10 एकड़ भूमि Dhanbad News : बीसीसीएल की महत्वाकांक्षी परियोजना ब्लॉक दो एबीओसीपी विभागीय पर बंदी की तलवार लटक रही है. खनन योग्य भूमि की कमी के कारण मार्च के बाद कभी भी उत्पादन रुक सकता है. प्रबंधन के मुताबिक फिलहाल खनन के लिए एक माह की जमीन बची हुई है. कार्य सुचारु रूप से चालू रहे, इसके लिए प्रबंधन को तत्काल 10 एकड़ भूमि की आवश्यकता है. अगर जमीन उपलब्ध नहीं हुई, तो मार्च के बाद खनन कार्य बंद करना पड़ेगा. ब्लॉक टू परियोजना सिर्फ तीन आउटसोर्सिंग कंपनी अंबे माइनिंग, खेमका कैरियर व गेनवेल हाइवाल माइनिंग प्रोजेक्ट के भरोसे ही संचालित होगी, जबकि मौजूदा विभागीय मैनपावर के पास काम ही नहीं होगा.
महीनों से खड़ी है ड्रेगलाइन मशीन
: जमीन के अभाव में पिछले तीन माह से कई ड्रिल मशीनें खड़ी हैं. साथ ही, महीनों से ड्रेग लाइन मशीन भी खड़ी है. ड्रेग लाइन मशीन को चलाने के लिए ड्रेग लाइन फेस में पर्याप्त जमीन ही उपलब्ध नहीं है. पर्याप्त जमीन के लिए केशरगढ़ व सिदपोकी बस्ती को खाली कराना जरूरी होगा.
सिदपोकी बस्ती खाली कराने की चल रही पहल
: ब्लॉक टू के परियोजना पदाधिकारी टीएस चौहान ने बताया कि एबीओसीपी का विस्तारीकरण व विभागीय कार्य के लिए निकट भविष्य में सिदपोकी व केशरगढ़ बस्ती को खाली कराने के सिवा और कोई विकल्प नहीं बचा है. पहले फेज में सिदपोकी बस्ती को खाली कराने के लिए 29 घरों के परिवारों के पुनर्वास की पहल हो रही है. लोगों से बात हो चुकी है. सर्वे कार्य भी हो चुका है.इधर, रैयत बोले : पहले नियोजन दें, फिर जमीन खाली कराने की सोचें
रैयत विजय रविदास, राधा देवी, मुकेश कुमार राम, कामेश्वर रविदास, विजय रविदास, विशाल रविदास, अजय रविदास, कार्तिक रविदास, छोटेलाल रविदास, विक्की रविदास, नथुनी राम, दिनेश रविदास, प्रकाश रविदास, आशुतोष रविदास, नीरज कुमार राम, करमा रवानी, रिंकू देवी आदि का कहना है कि 35 सालों से प्रबंधन रैयतों के विस्थापन मामले को लटकाये हुए है. माइंस चले या बंद हो जाये, इससे रैयतों को कोई फर्क नहीं पड़ता. जबतक प्रबंधन जमीन के बदले रैयतों को स्वीकृत नियोजन नहीं देता, किसी कीमत पर जमीन खाली नहीं करेंगे.
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