सेल चासनाला कोल वाशरी में आर्थिक नाकेबंदी शुरू, प्रदर्शन

सेल चासनाला में आर्थिक नाकेबंदी शुरू

By Prabhat Khabar News Desk | July 6, 2024 12:31 AM

21 सूत्री मांगों को लेकर बीसीकेयू व झाकोमयू के बैनर तले मजदूरों ने शुक्रवार को सेल चासनाला कोल वाशरी के कांटा घर को जाम कर प्रदर्शन किया. इसी के साथ दो दिवसीय आर्थिक नाकेबंदी शुरू की. इससे रॉ कोल परिवहन वाश्ड कोल डिस्पैच एवं अपर सीम कोलियरी, कोल वाशरी का काम पूरी तरह बंद हो गया. इधर, सेल प्रबंधन की पहल पर क्षेत्रीय श्रमायुक्त धनबाद कार्यालय में यूनियन प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए बुलाया गया. लेकिन मांगों पर सहमति नहीं बनने पर वार्ता बेनतीजा रही. मजदूर पुनः धरना पर बैठ गये. इस संबंध में बीसीकेयू के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुंदरलाल महतो व सचिव योगेंद्र महतो ने कहा कि ठेका मजदूरों को एचपीसी के तहत वेतन का भुगतान करने सहित अन्य कई मांगों पर सहमति बनी थी, लेकिन प्रबंधन टाल-मटोल कर रहा है. उसके कारण मजदूरों में भारी आक्रोश है. चासनाला कोल वाशरी में चार दशक पूर्व से ट्रकों में डीओ की स्लरी लोडिंग करते आ रहे 339 ठेका मजदूरों का काम बंद हो जाने से वे भुखमरी के कगार पर आ गये हैं. प्रबंधन स्लरी पौंड में पोकलेन लगाकर स्लरी स्टॉक करा रहा है, जिसे मजदूरों ने रोक दिया है. प्रदर्शन में सुजीत भट्टाचार्य, मुरारी मोहन झा, दुलाल ओझा, मो अकबर, विशाल महतो, सीएन घोष, कार्तिक ओझा, अरुण यादव, नारायण बाउरी, महावीर दास, अजीत महतो, राजू अंसारी, संजीव आदि थे.

केओसीपी को बचने के लिए को संयुक्त मोर्चा 10 से बेमियादी धरना

मुनाफे में चलने वाले बस्ताकोला क्षेत्र की एक मात्र डिपार्टमेंटल केओसीपी परियोजना को प्रबंधन बंद करना चाहता है. परियोजना चलाने के लिए प्रबंधन की ओर से प्रयास नहीं हो रहा है. उक्त बातें संयुक्त मोर्चा के नेताओं ने शुक्रवार को जयरामपुर मोड स्थित बिहार कोलियरी कामगार यूनियन कार्यालय में बैठक के दौरान कही. बैठक में परियोजना को बंदी से बचाने एवं विस्तार के सवाल पर 10 जुलाई से अनिश्चितकालीन धरना देने का निर्णय लिया गया. मुख्य रूप से संयोजक तुलसी रवानी ने कहा कि प्रबंधन की मंशा ठीक नहीं है. बैठक में राजापुर परियोजना का ओबी घनुडीह क्षेत्र में गिराने पर रोक लगाने, लोदना क्षेत्र का ओबी पत्थर डंप वन क्षेत्र में गिराने पर रोक लगाने, संडे होली- डे कटौती बंद करने, बीजीआर आउटसोर्सिंग परियोजना बंद होने पर उसकी जमीन डिपार्टमेंटल परियोजना चलाने के लिए देने की मांग की गयी. नेताओं ने कहा कि मजदूरों की मांग नहीं मानने पर आंदोलन लगातार जारी रहेगा. संयुक्त मोर्चा ने बिगुल फूंक दिया है. मौके पर उमेश सिंह, राजीव कुमार सिंह, भगवान प्रसाद नोनिया, हीरालाल गोराईं, प्रेम सागर राम, शिवेंद्र सिंह, सुभाष कुमार, रघुवीर निषाद, तेजेंद्र कुमार वर्मा, काली पद रवानी, काली पद महतो आदि थे.

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