ED Raids Dhanbad: बालू के अवैध कारोबार के खिलाफ शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की चार टीम ने बिहार से झारखंड तक चार स्थानों पर छापेमारी की. छापेमारी की कार्रवाई बालू कारोबार से जुड़े ब्रॉडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पुंज कुमार सिंह के तीन और कृष्ण मोहन सिंह के एक ठिकानों पर हुई.
छापेमारी सुबह छह बजे से शुरू हुई और देर शाम तक चलती रही. ईडी की टीम ने कागज पर लिखा हुआ पैसे की लेन देने के रिकॉर्ड के साथ ही मेमोरी कार्ड, पेन ड्राइव, हार्ड डिस्क, वही खाता, डायरी, मोबाइल फोन के मेमोरी कार्ड, रजिस्टर, संपत्ति के कागज, बैंक खाते का रिकॉर्ड और लॉकर से दस्तावेज आदि अपने कब्जे में ले लिया है.
ईडी की तीन टीमों ने की छापेमारी
जानकारी के मुताबिक ईडी की तीन अलग अलग टीम ने पुंज सिंह के आरा स्थित कोईलवर थानाक्षेत्र के धनडीहां गांव स्थित श्रीराम वाटिका आवास के साथ ही धनबाद के झरिया के हेटली बांध स्थित आवास और धैया स्थित कासा क्लेस में छापेमारी की. चौथी टीम ने कृष्ण मोहन सिंह के आरा के आनंद नगर मोहल्ला स्थित आवास पर छापेमारी की.
ED ने पुंज सिंह के आवास के बाहर तैनात किए CRPF के जवान
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम की छापेमारी के बाद से ही धनबाद जिले के धैया स्थित पुंज सिंह के आवास के आसपास भारी संख्या में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की टीम को तैनात कर दिया गया. सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. किसी को न घर के अंदर जाने की इजाजत दी जा रही है, न ही किसी को घर से बाहर निकलने की अनुमति दी जा रही थी.
धैया में चार घंटे बाद ताला तोड़ दाखिल हुई ईडी की टीम
ईडी की टीम शनिवार को सुबह 6 बजे जब पुंज सिंह के धनबाद के धैया स्थित कासा कासा क्रिस्टाआवास पर पहुंची, तो परिवार के सदस्य घर में ताला बंद करके फरार हो गये. इसके बाद ईडी की टीम को घर के बाहर चार घंटे इंतजार करना पड़ा. 10 बजे ईडी की टीम ने आसपास के लोगों, मंदिर के पुजारी और सुरक्षा गार्ड के सामने ताला तोड़ा.
ईडी टीम की सुरक्षा में केंद्रीय बल के जवान साथ
पुंज सिंह और कृष्ण मोहन सिंह के चार आवासों पर ईडी की 24 सदस्यीय टीम ने छापेमारी की. इस दौरान सभी जगहों पर 120 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात थे. इसके 40 से अधिक केंद्रीय रिजर्व बल के जवान उपस्थित थे. छापेमारी के दौरान मोबाइल पर रोक लगाने के लिए जैमर का इस्तेमाल किया गया था. घर के अंदर और बाहर जाने वालों पर पूरी तरह से रोक लगी थी. आरा में छापेमारी के दौरान पटना, मोकामा सहित अन्य आसपास के जिलों से पुलिस बल को बुलाया गया था.
2023 में छापेमारी हुई थी, 250 करोड़ रुपये घोटाला का मामला
बालू घोटाले के 250 करोड़ रुपये के मामले में जून 2023 में ईडी ने झारखंड के 11 स्थानों पर छापेमारी की थी, जिसमें बालू के अवैध कारोबार को लेकर कई रिकार्ड मिले थे. जानकारी के मुताबिक पुंज सिंह ब्रॉडसन कमोडिटी प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स आदित्य मल्टीकॉम प्राइवेट लिमिटेड से संबंधित है. सुरेंद्र जिंदल और मिथिलेश सिंह इस कंपनी से ही संबंधित है. इसके साथ ही सभी मोर मुकुट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से भी संबंधित है. मोर मुकुट कंपनी के साझेदार जगनारायण सिंह और उनके बेटे सतीश सिंह को ईडी ने पटना से गिरफ्तार किया था.
धैया कासा क्रिस्टा व झरिया हेटलीबांध स्थित आवास पर अहले सुबह पहुंची ईडी की टीम
बिहार में बालू के कारोबार में राजस्व घोटाला की जांच को लेकर शनिवार को ईडी की टीम ने फिर से धनबाद में दबिश दी. धनबाद के जानेमाने बालू कारोबारी पुंज सिंह के झरिया हेटलीबांध और धैया कासा क्रिस्टा स्थित दोनों आवास पर जांच की गयी. शनिवार की सुबह से शाम तक जांच चलती रही. बताया जाता है कि बिहार में बालू घोटाला की परत दर परत जांच चल रही है और एक-एक कर सभी आरोपियों के घर पर छापेमारी की गयी. मामले में आधा दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
पुजारी व गार्ड के सामने खुलवाया गया ताला
धनबाद शहर के धैया स्थित कासा क्रिस्टा स्थित पुंज सिंह के आवास पर सुबह साढ़े छह बजे ईडी की टीम सीआरपीएफ जवानों व दो बैंक कर्मचारियों को लेकर पहुंची. पता चला कि आवास बंद है और घर में कोई नहीं है. बावजूद इसके ईडी की टीम वहां जमी रही. एक से डेढ़ घंटे तक रहने के बाद चाबी लेकर पुजारी पहुंचे. ईडी ने पूछताछ की, तो पता चला कि वह प्रतिदिन यहां आते हैं और मुख्यद्वार का ताला खोलकर मंदिर में पूजा पाठ करने के बाद चले जाते हैं.
ईडी की टीम ने पुजारी को बैठाये रखा. वरीय अधिकारियों से दिशा निर्देश लेने के बाद ईडी की टीम ने लगभग साढ़े 10 बजे, सोसाइटी के केयर टेकर, गार्ड व पुजारी को गवाह बनाया और उसके बाद मुख्य गेट का दरवाजा में लगा ताला खोला गया. उसके बाद टीम उन लोगों के सामने घर में घुसी और जांच शुरू की. दूसरी ओर ईडी की दूसरी टीम झरिया हेटलीबांध स्थित आवास पहुंची. वहां पर भी जांच शुरू की गयी. दोनों स्थानों पर समाचार लिखे जाने तक जांच जारी थी.
घर में परिवार के नहीं थे सदस्य
ईडी की दबिश के दौरान पता चला कि बालू कारोबारी पुंज सिंह के घर पर कोई नहीं था. झरिया व धैया स्थित दोनों आवास खाली थे. गौरतलब है कि पुंज सिंह बालू कारोबार से जुड़ने के पहले धनबाद में शराब के कारोबार से जुड़े थे. लंबे समय तक शराब का कारोबार किया है. इन्हें धनबाद में लोग शराब कारोबारी के रूप में भी जानते हैं.
झरिया आवास में हाथ लगे कुछ कागजात
झरिया हेटलीबांध स्थित पुंज सिंह के आवास में उनके भाई सतेंद्र सिंह रहते हैं. बताया जाता है कि ईडी की टीम ने अंदर जाते ही घर के सभी सदस्यों से मोबाइल ले लिया. उसके बाद घर के अंदर रखे कई जरूरी कागजातों को खंगालने में शाम 6.00 बजे तक टीम जुटी रही. इस दौरान टीम को कुछ आवश्यक कागजात मिलने की सूचना है. बंद घर के दरवाजों को तोड़कर अलमीरा को सील कर दिया गया है. टीम फोटो खींचकर अपने साथ ले गयी है. छापेमारी के दौरान किसी को भी आने-जाने की अनुमति नहीं थी. टीम के सदस्य दो वाहन पर सवार होकर पहुंचे थे.