अनुसचिवीय कर्मियों की हड़ताल का असर : अंचल से लेकर समाहरणालय तक प्रमाणपत्र से लेकर म्यूटेशन तक का काम ठप
प्रति दिन औसतन एक हजार से अधिक आते हैं आवेदन, वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से परेशान हैं लोग
नौ सूत्री मांगों के समर्थन में झारखंड अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के हड़ताल से सरकारी काम-काज पर व्यापक असर पड़ा है. जाति, आय, आवासीय, म्यूटेशन का ऑनलाइन आवेदन आ रहा है. लेकिन, प्रोसेस नहीं हो पा रहा है. कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से लोगों को बहुत परेशानी हो रही है. झारखंड अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिला कर्मचारी संघ के सदस्य 24 जुलाई से हड़ताल पर हैं. हड़ताल से समाहरणालय, अनुमंडल, प्रखंड, अंचल सहित सभी कार्यालय में काम-काज पूरी तरह से ठप है. हड़ताल के कारण सबसे ज्यादा असर अंचल, प्रखंडों से बनने वाले प्रमाणपत्र पर पड़ा है. धनबाद जिला के 11 अंचलों में प्रति दिन औसतन एक हजार से अधिक आवेदन जाति, आय, आवासीय, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए प्रमाणपत्र के लिए आवेदन आता है. अभी कॉलेजों में नामांकन का समय चल रहा है. इस समय जाति, आय, आवासीय प्रमाणपत्र के लिए सबसे ज्यादा आवेदन आ रहा है. प्रमाणपत्रों के अभाव में छात्रों को आवेदन करने में परेशानी हो रही है. छात्र प्रति दिन अंचल, अनुमंडल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. उन्हें पता नहीं चल पा रहा है कि आखिर हड़ताल कब तक खत्म होगा.
क्या है प्रक्रिया :
किसी भी तरह के प्रमाणपत्र के लिए आवेदन ऑनलाइन ही पड़ता है. ऑनलाइन आवेदन को पहले अंचल, प्रखंड के सहायक के लॉग इन में जाता है. फिर उसे राजस्व कर्मचारी के लॉग इन में जाता है. सभी अंचलों के सहायक अभी हड़ताल पर हैं. इसलिए उसे प्रोसेस नहीं किया जा पा रहा है. एक अनुमान के अनुसार पिछले छह दिनों के दौरान सात हजार से ज्यादा आवेदन पेंडिंग हो चुके हैं. इसी तरह म्यूटेशन के लिए आने वाले आवेदन भी पेंडिंग हो जा रहे हैं. छात्रवृति भुगतान का मामला भी फंसा : कर्मचारियों की हड़ताल से छात्रों के बीच छात्रवृति भुगतान का मामला भी फंस गया है. कल्याण विभाग के कर्मी भी हड़ताल पर हैं. छात्रवृत्ति की प्रक्रिया भी कल्याण विभाग से ही पूरी होती है.विधायक राज सिन्हा पहुंचे धरना स्थल, दिया नैतिक समर्थन
शनिवार को समाहरणालय के मुख्य प्रवेश द्वार के समक्ष हड़ताली कर्मचारियों ने धरना दिया. धनबाद के विधायक राज सिन्हा धरनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कर्मचारियों की मांग को जायज बताते हुए नैतिक समर्थन देने की घोषणा की. धरना पर संघ के जिला मंत्री राज कुमार सिंह, शांतनु सरकार, आनंद कुमार, रमेश कुमार तिवारी, असलम परवेज, साकिर अंसारी, सचिन कुमार, ओपी दास, लक्ष्मी देवी, मंजु मझियान, यासमिन बानो, दिनेश कुमार महतो, नेमत अंसारी, अब्दुल मतीन अंसारी, नवाब आलम, लक्ष्मी कान्त साद, चन्द्रशेखर रेड्डी, प्रशान्त कुमार, विपिन मुर्मू, रूविता, बालचन्द महतो, बली महतो, जोगा कुमार सहित कई कर्मचारी उपस्थित थे.
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