24 घंटे में 10 घंटे भी मुश्किल से मिली बिजली
धनबाद जिले में मंगलवार से गर्मी का असर बढ़ा हुआ है. बेहाल करने वाली गर्मी के साथ ही बिजली विभाग का सिस्टम बिजली आपूर्ति करने में हांफ रहा है.
फ्यूज कटने की बढ़ी समस्या, बार-बार काटी जा रही बिजली
गोधर वन सर्किट से 3.30 घंटे रही बंद बिजली
संवाददाता, धनबाद
जिले में मंगलवार से गर्मी का असर बढ़ा हुआ है. बेहाल करने वाली गर्मी के साथ ही बिजली विभाग का सिस्टम बिजली आपूर्ति करने में हांफ रहा है. फ्यूज कॉल की समस्या बढ़ने के कारण हर क्षेत्र में बार-बार बिजली आपूर्ति बंद करनी पड़ रही है. बिजली विभाग के सिस्टम पर 50 प्रतिशत लोड बढ़ गया है. बढ़े हुए लोड को मेंटेन करने के लिए अलग-अलग फीडरों को बंद करना पड़ रहा है.
लोड बढ़ने से हो रही परेशानी
जिले के हर एक इलाके में बिजली की खपत बढ़ी हुई है. ऐसे में 180 एंपीयर पर चलने वाले फीडर भी 220 से 240 एंपीयर तक पहुंच जा रहे हैं. फीडर में खराबी नहीं आये इसके लिए उसे बंद कर दिया गया है. यह समस्या किसी एक फीडर नहीं बल्कि हर फीडर की यही स्थिति है. ऐसे में 24 घंटे में मुश्किल से 10 से 12 घंटे हीबिजली मिल रही है.कांड्रा में रिट्रैक्शन, रोटेशन पर मिली बिजली
बिजली विभाग के कांड्रा ग्रिड में पावर की सप्लाई कम होने के बाद फुल लोड पर बिजली लेने पर रोक लगा दी गयी. जरूरत का 60 प्रतिशत ही बिजली दी जा रही थी. इसके कारण दोपहर दो बजे से शाम सात बजे तक कांड्रा से जुड़े हीरापुर, धैया समेत गोविंदपुर डिवीजन के क्षेत्र में बिजली संकट गहरा गया. इन सबस्टेशन के फीडरों से रोटेशन पर बिजली की आपूर्ति की गयी.डीवीसी का एक सर्किट में आयी खराबी
पुटकी यार्ड से जुड़े डीवीसी के गोधर वन सर्किट में खराबी आने से क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित रही. इलाकों में शाम चार बजे से रात 8.30 बजे तक बिजली बाधित हुई. इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. बिजली की आपूर्ति शुरू होते ही फीडरों पर अचानक लोड बढ़ गया. बढ़े हुए लोड को मेंटेन करने के लिए बिजली विभाग को कटौती करनी पड़ी.फ्यूज कॉल बढ़ा
बिजली का लोड बढ़ने के कारण फ्यूज कॉल की समस्या बढ़ गयी. सबस्टेशन क्षेत्र में आम दिनों में जहां चार से पांच फ्यूज कॉल आते थे. वहीं लोड बढ़ने के बाद इसकी संख्या 18 से 20 हो गयी है. इसे बनाने के लिए उस इलाके की बिजली काटनी पड़ रही है.गर्मी में लोड बढ़ने से परेशानी : जीएम
धनबाद सर्किल के बिजली जीम अशोक कुमार सिन्हा ने कहा : धनबाद में 170 मेगावाट बिजली की जरूरत है. गर्मी में लोड बढ़ा हुआ है. डीवीसी से 120 से 130 मेगावाट और कांड्रा ग्रिड से 60 मेगावाट पावर मिलता रहे तो कोई दिक्कत नहीं आयेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है