छापेमार दस्ता को बंधक बनाये जाने के मामले में 15 ग्रामीण नामजद व 100 अज्ञात पर प्राथमिकी

बालू तस्करों पर प्राथमिकी दर्ज

By Prabhat Khabar News Desk | April 24, 2024 12:21 AM

प्रतिनिधि, निरसा

. निरसा थाना क्षेत्र एवं पूर्वी टुंडी प्रखंड क्षेत्र के बेजड़ा बालू घाट में सोमवार देर रात पुलिस प्रशासन के छापेमार दस्ते में शामिल पदाधिकरियों को बंधक बना कर हमला बोल दिये जाने के मामले में निरसा पुलिस ने कार्यपालक दंडाधिकारी दीपक कुमार दुबे की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. श्री दुबे ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उक्त नदी घाट पर टीम छापेमारी करने गयी थी, जिसमें बालू माफिया एवं उनके गुर्गों द्वारा कई राउंड फायरिंग की गयी. जान बचाने के लिए पुलिस को भी 17 राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी. प्रशासन का बोलेरो संख्या जेएच 10 सीजे 9608 को बुरी तरीके से क्षतिग्रस्त कर दिया गया. आरक्षी महावीर सिंह को चोटें आयी है. उनका इलाज स्थानीय स्तर पर किया जा रहा है. पकड़े गये बालू लदे दो हाइवा संख्या डबल्यूबी 14 बी 9775 के चालक अंधेरे का लाभ उठाते हुए भाग निकला. बिना नंबर का दूसरा हाइवा था. इसका चालक का बरकाटांड़ पूर्वी टुंडी निवासी ताजाउद्दीन अंसारी है.

इन पर दर्ज की गयी प्राथमिकी : पुलिस ने मामले में सिकंदर अंसारी, नवाब अंसारी, खलील अंसारी, देवनारायण महतो, रहीम अंसारी, सद्दाम अंसारी, सरफुद्दीन अंसारी उर्फ मौजू, बशीर अंसारी, मुश्ताक अंसारी, अलीम अंसारी, नियाज खान, डबलू मलिक, आफताब अहमद, फारुख अंसारी, शराफत अंसारी सहित 100 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है.

पहले भी हो चुके हैं अधिकारियों पर हमले ­: सोमवार को पुलिस टीम पर पथराव व फायरिंग का मामला कोई नया नहीं है. इससे पहले भी अधिकारियों पर हमले हो चुके हैं. मोराडीह में 23 अक्तूबर 2019 को एसडीएम राज महेश्वरम को बंधक बना लिया गया था. चार जून 2022 को एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी को पोलकेरा गांव में बंधक तक बना लिया गया था. जामताड़ा जिले के एक अधिकारी पर भी पथराव किया गया था. उस समय भी काफी हंगामा हुआ था.

सिजुआ घाट में धड़ल्ले से होती है तस्करी : बराकर नदी के ही इससे कुछ दूर पर स्थित सिजूआ घाट से अवैध रूप से बालू का उठाव धड़ल्ले से किया जा रहा है. प्रतिदिन करीब 100 से ज्यादा ट्रैक्टरों और हाइवा में बालू का उठाव कर जोगीतोपा पगलामोड़ से बरवा होते हुए धनबाद की कई जगहों में खपाया जाता है. सिजुआ व बथानटांड़ के लोग भी ट्रैक्टर से वसूली करते हैं. हालांकि सूत्रों का कहना है कि बिना प्रशासनिक मिलीभगत से यह काम करना तस्करों के लिए संभव नहीं है.

किसी निर्दोष को न फंसाए प्रशासन : अरूप चटर्जी

निरसा/बेनागड़िया. इधर, प्रशासनिक कार्रवाई की सूचना पर ग्रामीणों एवं ट्रैक्टर चालकों के बुलाने पर निरसा के पूर्व विधायक अरूप चटर्जी पांड्रा बेजड़ा पहुंचे. स्थानीय ग्रामीणों ने पूर्व विधायक के समक्ष कहा कि बालू का कारोबार ही उनके लिए रोजी-रोटी है. इसके अलावा पेट भरने का कोई साधन नहीं है. ट्रैक्टर से इधर-उधर बालू बेचक किसी तरह से रोजी-रोटी चलाते हैं. बराकर के पानी से खेती-बाड़ी भी नहीं होती है और न ही इलाके में कोई उद्योग है. इस पर पूर्व विधायक ने कहा कि प्रशासन के वरीय अधिकारियों से बातचीत कर यह प्रयास किया जायेगा कि मामले में कोई भी निर्दोष व्यक्ति फंसे नहीं. इधर, मंगलवार को बेजड़ा घाट पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा. नाव से बालू ढोते नाविक नजर नहीं आया.

Next Article

Exit mobile version