धनबाद : शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) की डायलिसिस यूनिट के समीप इलेक्ट्रिक कंट्रोल पैनल में सबसे पहले शॉट सर्किट से आग लगी थी. लगभग पांच मिनट तक कंट्रोल पैनल धूं-धूं कर जलता रहा. बाद में कंट्रोल पैनल से निकली आग की लपटे डायलिसिस यूनिट के गोदाम तक पहुंच गयी. गोदाम में विभिन्न तरह के केमिकल मौजूद होने के कारण आग तेजी से फैल गयी. एसएनएमएमसीएच में आग लगने की घटना के बाद रविवार को जांच के लिए डायलिसिस यूनिट पहुंची चिकित्सकों की टीम ने विभिन्न पहलुओं की जांच की. कमेटी में शामिल एसएनएमएमसीएच के पेडियाट्रिक विभाग के एचओडी डॉ अविनाश कुमार, सर्जरी विभाग के डॉ एसके चौरसिया व मेडिसिन विभाग के डॉ एलबी टुडू रविवार को डायलिसिस यूनिट पहुंचे थे. सर्वप्रथम जांच टीम ने पूरे डायलिसिस यूनिट का निरीक्षण किया. इसके बाद यूनिट के बाहर स्थित इलेक्ट्रिक कंट्रोल पैनल व वायरिंग की बारीकी से जांच की. इस दौरान इलेक्ट्रिकल एक्सपर्ट को भी बुलाया गया था. सोमवार को जांच कमेटी अपनी रिपोर्ट मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सह प्रभारी अधीक्षक डॉ ज्योति रंजन प्रसाद को सौंपेगी. बता दें कि शुक्रवार की रात एसएनएमएमसीएच के डायलिसिस यूनिट के गोदाम में भीषण आग लग गयी थी. इस अगलगी की घटना में गोदाम में रखा लगभग 60 लाख रुपये से ज्यादा की चिकित्सा सामग्री जल गयी थी.
ड्यूटी में तैनात कर्मियों का बयान दर्ज, हुई फोटोग्राफी : जांच कमेटी ने शुक्रवार की रात ड्यूटी पर तैनात कर्मियों का बयान भी दर्ज किया. बारी-बारी से आग लगने वाले दिन, शुक्रवार की रात ड्यूटी में मौजूद गायनी, सीसीयू व मेडिसिन विभाग के कर्मी, डायलिसिस यूनिट के कर्मियों के अलावा होमगार्ड जवानों से पूछताछ की गयी. वही पूरे घटना स्थल की फोटोग्राफी करायी गयी.
कंट्रोल पैनल की दीवार को सबसे ज्यादा नुकसान : जांच टीम ने पाया कि डायलिसिस यूनिट के बाहर लगे कंट्रोल पैनल वाले स्थान की दीवारों को आग से सबसे ज्यादा क्षति हुई है. डायलिसिस यूनिट का कंट्रोल पैनल वाले इलाके के आस-पास का हिस्सा बुरी तरह जल गया है. वहीं दीवार पर लगे ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन व बिजली के अन्य तार, केबलों को भी भारी नुकसान हुआ है. टीम ने पाया कि कंट्रोल पैनल वाले स्थान की छत पर सबसे ज्यादा धूएं के निशान हैं. जबकि डायलिसिस यूनिट के गोदाम में सिर्फ सामान जले हैं. गोदाम की छत में धूंए के मामूली निशान थे.
निजी केंद्र में शुरू हुआ निबंधित मरीजों की डायलिसिस : एसएनएमएमसीएच की डायलिसिस यूनिट में आग लगने की घटना के बाद सारा कामकाज ठप है. प्राचार्य के आग्रह पर सिविल सर्जन ने शहर के चार निजी अस्पतालों को एसएनएमएमसीएच में निबंधित मरीजों की डायलिसिस करने का निर्देश दिया था. शुक्रवार को सदर अस्पताल परिसर में पीपीपी मोड पर संचालित केंद्र में छह मरीज पहुंचे. इनकी डायलिसिस की गयी. सोमवार से सीएस के निर्देश पर चिह्नित असर्फी अस्पताल, एशियन द्वारिकादास जालान व जेपी हॉस्पिटल में भी मरीजों की डायलिसिस शुरू कर दी जायेगी. निजी अस्पतालों में मरीजों की डायलिसिस नि:शुल्क होगी.