DHANBAD NEWS : धनबाद में एक हजार में पांच युवा हृदय की बीमारी से पीड़ित
DHANBAD NEWS :अस्वस्थ जीवनशैली, नशे का सेवन व तनाव से युवा तेजी से हृदय की बीमारी से हो रहे ग्रसित. जीवनशैली में बदलाव, नशा, धूम्रपान छोड़ने से हृदय की बीमारियों से बचा जा सकता है.
DHANBAD NEWS :अस्वस्थ जीवनशैली, नशे का सेवन व तनाव से युवा तेजी से हृदय की बीमारी से हो रहे ग्रसित. जीवनशैली में बदलाव, नशा, धूम्रपान छोड़ने से हृदय की बीमारियों से बचा जा सकता है. DHANBAD NEWS :29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया जायेगा. इस दिन को मनाने की मुख्य वजह लोगों को हृदय संबंधित बिमारियों से बचाव की जानकारी देना और उन्हें जागरूक करना है. इस साल विश्व हृदय दिवस का थीम यूज हर्ट फॉर एक्शन यानी हृदय क्रिया है, रखा गया है. लोगों को हृदय के क्रियाओं से अवगत कराया जायेगा. खासकर युवा, जो तेजी से हृदय संबंधित बीमारी के शिकार हो रहे हैं. प्राथमिकता के आधार पर उन्हें हृदय की बिमारियों से बचाव के लिए प्रेरित किया जायेगा. बता दें कि वर्किंग युवा तेजी से हृदय संबंधित बिमारियों से ग्रसित हो रहे हैं. कम उम्र में ब्लड प्रेशर और डायबिटीज उन्हें हार्ट की बीमारी की तरफ धकेल रहा है.
युवाओं में बढ़ रही है दिल की बीमारी
एसएनएमएमसीएच के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ यूके ओझा ने बताया कि ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के साथ-साथ अब हम हार्ट डिजीज में भी दुनिया भर में सबसे आगे हैं. हमारे युवा जो प्रोडक्टिव पीढ़ी है, वो भी हार्ट डिजीज के शिकार हो रहे हैं. इसकी वजह स्मोकिंग, तंबाकू का सेवन, फिजिकल वर्क या एक्सरसाइज की कमी, वजन बढ़ना, मोटापा और स्ट्रेस आदि युवाओं को हार्ट डिजीज की ओर धकेल रहा है. अभी भी समय है कि युवा वर्ग इस पर सोचें और अपनी जीवनशैली में बदलाव करें.खराब लाइफस्टाइल है सबसे बड़ा कारण
डॉ ओझा ने कहा कि युवाओं में स्मोकिंग का चलन बढ़ा है. इसके अलावा जंक फूड का सेवन भी बढ़ा है. 25 से 30 पर्सेंट स्कूली बच्चों में मोटापा हो रहा है. इसकी वजह से उन्हें कम उम्र में डायबिटीज हो रही है. वहीं, स्ट्रेस भी कहीं न कहीं इनडायरेक्टली इसे प्रभावित करता है. जब किसी का स्ट्रेस बढ़ता है, तो उसका सीधा असर लोगों की रोज की जिंदगी पर पड़ता है. इस वजह से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है. एक बार कोलेस्ट्रॉल हार्ट की नली में जम गया, तो यह नॉर्मल नहीं हो सकता है. इसे केवल दवा से कंट्रोल किया जा सकता है.हृदय संबंधित बीमारी का मुख्य कारण
अस्वस्थ जीवनशैली : अस्वस्थ आहार, कम शारीरिक गतिविधियां और तनाव युवाओं में हृदय रोग के खतरे को बढ़ाता है.धूम्रपान व मदिरा का सेवन : युवाओं में धूम्रपान और शराब की बढ़ती लत हृदय रोग के खतरे को बढ़ाती है.
मानसिक तनाव : युवाओं में बढ़ता मानसिक तनाव के कारण हृदय से संबंधित बीमारी का खतरा बढ़ाता है.आनुवंशिक कारक : परिवार में हृदय रोगों का इतिहास युवाओं में इसके खतरे को बढ़ाता है.
व्यस्त जीवनशैली व नींद की कमी : युवाओं में व्यस्त जीवनशैली और पर्याप्त नींद नहीं लेने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.हृदय रोग रोकने का यह उपाय कारगर
स्वस्थ आहार लें. नियमित शारीरिक गतिविधि करें. तनाव प्रबंधन करें. धूम्रपान और मदिरा के सेवन से बचें. नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं.एसएनएमएमसीएच के दंत विभाग में नये डेंटल चेयर की होगी खरीदारी- अधीक्षक डॉ एसके चौरसिया ने पीजी बिल्डिंग में संचालित ओपीडी का किया औचक निरीक्षण- पीजी बिल्डिंग में रजिस्ट्रेशन काउंटर जल्द शुरू करने की कही बातवरीय संवाददाता, धनबादशहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के पीजी बिल्डिंग में संचालित दंत विभाग के ओपीडी के लिए जल्द ही डेंटल चेयर की खरीदारी प्रक्रिया शुरू होगी. शनिवार को पीजी बिल्डिंग में संचालित ओपीडी का औचक निरीक्षण करने पहुंचे अधीक्षक डॉ एसके चौरसिया ने डेंटल चेयर की खस्ताहाल स्थिति को देखकर यह निर्णय लिया. अधीक्षक डॉ चौरसिया पीजी बिल्डिंग में संचालित आइ, रेडियोथेरेपी व मनोरोग विभाग भी गये. यहां उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली. मरीजों ने पीजी बिल्डिंग में रजिस्ट्रेशन काउंटर नहीं हाेने पर होने वाली परेशानी बतायी. इसपर अधीक्षक ने जल्द ही रजिस्ट्रेशन काउंटर शुरू करने की बात कही. सफाई व्यवस्था देख जतायी नाराजगी : पीजी बिल्डिंग का निरीक्षण के दौरान अधीक्षक डॉ एसके चौरसिया ने गंदगी का अंबार देख नाराजगी जतायी. सफाई एजेंसी के प्रतिनिधि को बुलाकर सभी विभागों की ओपीडी में नियमित सफाई कराने का निर्देश दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है