पंचेत डैम में अगले साल सौर ऊर्जा से शुरू होगा बिजली उत्पादन
सोलर फ्लोटिंग पैनल के जरिए पानी पर 105 व जमीन पर 50 मेगावाट बिजली उत्पादन की तैयारी
विक्की प्रसाद, धनबाद.
पंचेत डैम के पानी पर फ्लोटिंग सोलर पैनल के जरिए बिजली उत्पादन की योजना का लाभ अगले साल से धनबाद को मिलने लगेगा. पानी के ऊपर फ्लोटिंग सोलर पैनल के जरिए बिजली उत्पादन करने से संबंधित यह राज्य की सबसे बड़ी योजना है. बता दें कि डीवीसी व एनटीपीसी के ज्वाइंट वेंचर में पंचेत डैम में सोलर फ्लोटिंग पैनल के जरिए बिजली उत्पादन की तैयारी शुरू हुई है. योजना के तहत फ्लोटिंग पैनल व अन्य उपकरण सप्लाई करने की जिम्मेवारी एलएनटी व एनजीएसएल को सौंपी गयी है. पंचेत डैम में राज्य का दूसरा सोलर फ्लोटिंग पैनल स्थापित किया जा रहा है. इससे पहले कोडरमा में राज्य का पहला सोलर फ्लोटिंग पैनल स्थापित किया जा चुका है.पानी में 105 व जमीन पर 50 मेगावाट बिजली उत्पादन की तैयारी:
पंचेत डैम में सौर ऊर्जा से कुल 155 मेगावाट बिजली उत्पादन की तैयारी है. डैम के पानी पर 75 व 30 मेगावाट के दो अलग-अलग सोलर फ्लोटिंग पैनल स्थापित किये जायेंगे. वहीं जमीन के ऊपर 50 मेगावाट के (ग्राउंड माउंटेड) सोलर रूफ टॉप पैनल स्थापित किये जायेंगे. अगले साल तक यहां सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा.राज्य में पानी पर सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन की सबसे बड़ी योजना:
राज्य का पहला फ्लोटिंग सोलर पैनल कोडरमा में स्थापित है. इसकी क्षमता 12 मेगावाट की है. जबकि धनबाद के पंचेत डैम में स्थापित होने वाले फ्लोटिंग सोलर पैनल की क्षमता 105 मेगावाट होगी. यह पानी पर सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन की राज्य में सबसे बड़ी योजना है. धनबाद समेत पूरे राज्य तक पहुंचेगी बिजली: पंचेत डैम में फ्लोटिंग सोलर पैनल व ग्राउंड माउंटेड रूफ टॉप से उत्पादित बिजली का लाभ धनबाद जिले के लोगों को मिलेगा. वहीं नेशनल ग्रिड के जरिए पूरे राज्य में जरूरत अनुसार बिजली सप्लाई करने की योजना है.मैथन डैम में 210 मेगावाट बिजली उत्पादन की तैयारी :
पंचेत डैम की तर्ज पर मैथन डैम में भी फ्लोटिंग सोलर पैनल के जरिए बिजली उत्पादन की तैयारी है. यहां भी डीवीसी व एनटीपीसी के ज्वाइंट वेंचर में सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन किया जायेगा. यहां 210 मेगावाट बिजली उत्पादन की तैयारी है. अधिकारियों के अनुसार इसके लिए सर्वे का कार्य पूरा कर लिया गया है. ग्रीन वैली रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (जीवीआरइएल) को सोलर फ्लोटिंग पैनल व अन्य उपकरण मुहैया कराने की जिम्मेवारी सौंपी गई है. मैथन डैम में 2026 तक सोलर फ्लोटिंग पैनल के जरिए बिजली उत्पादन की योजना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है