Dhanbad News : लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर फलों का बाजार गुलजार हो चुका है. बुधवार को खरना के दिन धनबाद कोयलांचल के विभिन्न फल मंडियों में छठ पूजा के लिए सभी तरह के फल उपलब्ध हैं. महापर्व छठ में फलों का बेहद महत्व होता है. यही वजह है कि धनबाद के विभिन्न नुक्कड़ पुलिस लाइन, स्टील गेट, बरटांड़, बेकारबांंध, हीरापुर हटिया, पुराना बाजार और कृषि बाजार में भी फल की खुदरा मंडी सज चुकी है. फल विक्रेताओं के अनुसार इस बार सभी फलों की आवक काफी अधिक है. इसलिए फल आम दिनों के भाव पर ही बिक रहे हैं.
हर तरह के फल बाजार में उपलब्ध :
छठ में नारियल, गागल नींबू, सेब, केला, संतरा, शरीफा, अमरूद, नाशपती, सुथनी, स्टार फ्रूट, ईंख और पानी फल जैसे फलों की सबसे अधिक मांग होती है. वहीं पिछले कुछ वर्षों से रामफल, विदेशी नाशपाती और अनानास जैसे फलों की मांग भी बहुत ज्यादा है. हालांकि सबसे ज्यादा सेब और केला की मांग रहती है. धनबाद के सभी फल मंडियों में इस बार ये सभी फल पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं. इस बार केला और सेब की अवाक बहुत ज्यादा है.आंध्र और तमिलनाडु से आया नारियल :
छठ महापर्व में नारियल का विशेष महत्व है. इस बार छठ पर्व पर बिक्री के लिए आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु से नारियल मंगवाया गया है. छठ को देखते हुए पिछले 10 दिनों में प्रतिदिन 10 ट्रक नारियल धनबाद की मंडियों तक पहुंचे हैं. वहीं बिहार, मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश से केले के 60 से 65 ट्रक कृषि बाजार में आये हैं. यहां से फिर धनबाद, गिरिडीह और जामताड़ा की मंडियों तक पहुंचाया गया है.फलों की पर्याप्त आवक
: छठ में फलों की कमी न हो, इसलिए सभी फल कारोबारियों ने ही फलों का पर्याप्त स्टॉक रख लिया है. सेब के थोक कारोबारियों के अनुसार सेब की आवक कश्मीर और हिमाचल से हुई है. इसी प्रकार अनार की आवक पुणे और गुजरात से हुई है. छठ पर्व में अन्य फलों की तरह संतरे की भी अच्छी बिक्री हो रही है. संतरा नागपुर से मंगवाये गये हैं. वहीं अमरूद की आवक छत्तीसगढ़ से हो रही है.छठ में जामताड़ा व दुमका का सूप और दउरा :
महापर्व को लेकर धनबाद के हर बाजार में दुमका और जामताड़ा से बड़ी संख्या में विक्रेताओं ने दुकान लगाया है. व्रतियों व उनके परिजनों ने खरीदारी कर रहे हैं. कपड़ा से लेकर दउरा, सूप, मिट्टी के बर्तन, अनाज, चूल्हा, कांसे के बर्तन सहित अन्य पूजन सामग्री की खरीदारी कर रहे हैं. बाजार में सूप 90 से 100 रुपये पीस बिक रहा है. वहीं दउरा 200 से लेकर 450 रुपये तक के बिक रहे हैं. जबकि कोसी (मिट्टी का हाथी) 150 से 180 रुपये प्रति पीस बिक रहा है. जबकि मिट्टी का दीया 80 रुपये प्रति सैकड़ा है.गुरुवार को अंतिम खरीदारी :
छठ महापर्व के तीसरे दिन अस्ताचलगामी सूर्य अर्घ्य दिया जायेगा. इस दिन दोपहर तक खरीदारी होगी. इसको लेकर फल विक्रेताओं ने फलों का पर्याप्त स्टॉक रखा हुआ है. बेकारबांध में फल दुकान लगाने वाले पंचदेव सिंह ने बताया कि बुधवार के साथ गुरुवार दोपहर भी फलों की बिक्री होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है