झारखंड के धनबाद में डॉक्टर दंपती समेत 3 शवों का हुआ अंतिम संस्कार, बेटी प्रेरणा बोली माता-पिता की हुई हत्या
धनबाद के गोशाला मुक्तिधाम में रविवार को डॉक्टर दपंती समेत तीन शवों का अंतिम संस्कार हुआ. इस दौरान पूरा माहौल गमगीन रहा. इससे पहले आरसी हाजरा मेमोरियल हॉस्पिटल परिसर से एक साथ तीनों शवों के निकलते ही हर कोई भावुक हो उठा. वहीं, डॉ हाजरा की बेटी प्रेरणा बार-बार माता-पिता की हत्या की बात कह रही थी.
Jharkhand News: धनबाद स्थित बस्ताकोला श्री झरिया धनबाद गोशाला मुक्तिधाम में रविवार को डॉ विकास हाजरा, उनकी पत्नी डॉ प्रेमा हाजरा और भांजा सोहम खमारू का अंतिम संस्कार रविवार को हुआ. तीनों शवों को मुखाग्नि डॉ विकास हाजरा के पुत्र आयुष हाजरा ने दी. डॉ प्रेमा हाजरा को बेटी ने भी मुखाग्नि दी. इस दौरान पूरा माहौल गमगीन रहा. पुराना बाजार टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित आरसी हाजरा मेमोरियल हॉस्पिटल परिसर से एक साथ तीनों शवों को बस्ताकोला गोशाला में करीब 11.25 बजे ले जाया गया. इस दृश्य को देखकर हर कोई भावुक हो उठा. करीब 12.35 बजे डॉ विकास हाजरा के पुत्र आयुष हाजरा ने सबसे पहले डॉ विकास हाजरा को मुखाग्नि दी. उसके बाद प्रेमा हाजरा को मुखाग्नि दी गयी.
बार-बार बेहोश हो रही थी बेटी प्रेरणा
गोशाला श्मशान घाट परिसर में डॉ विकास हाजरा और उनकी पत्नी प्रेमा हाजरा की चिता अगल-बगल में बनी थी. उससे कुछ दूरी पर डॉ विकास के भांजा सोहम खमारू की चिता थी. चिता देखकर बेटी प्रेरणा बार-बार बेहोश हो जा रही थी. वहीं, माता-पिता को मारने की बात कहकर बेटी बार-बार हुए उग्र हो जा रही थी. उसके परिजन बार-बार उसे शांत करा रहे थे. रविवार की सुबह पुराना बाजार टेलीफोन एक्सचेंज रोड में आरसी हाजरा मेमोरियल हॉस्पिटल स्थित आवास पर करीब साढ़े नौ बजे डॉ विकास हाजरा, पत्नी प्रेमा हाजरा व भांजे सोहम खमारू की अंतिम यात्रा की तैयारी चल रही थी. डॉ विकास हाजरा की बेटी प्रेरणा हाजरा माता-पिता के शव के पास बैठी थी. इस बीच प्रेरणा अचानक उग्र हो गयी. वह उठी और बाहर की ओर जाने लगी. प्रेरणा लोगों से बार-बार कह रही थी कि उनके माता-पिता की हत्या की गई है.
छह घंटे रही एफएसएल की टीम, दर्जनों सैंपल लेकर निकली
पुराना बाजार, टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित आरसी हाजरा मेमोरियल होस्पिटल में शुक्रवार देर रात आग लगी और डॉक्टर दंपती डॉ विकास हाजरा और उनकी पत्नी डॉ प्रेमा हाजरा के अलावा तीन अन्य लोगों की मौत की जांच रविवार को शुरू हुई. रांची स्टेट फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी से डिप्टी डायरेक्टर अजय कुमार के साथ तीन सहायक वैज्ञानिक गौरव कुमार, ताराकांत नायक और राजन रविवार को धनबाद पहुंचे और छह घंटे तक जांच की. इस दौरान उनके हाथ कई सामान लगे जिन्हें जप्त कर बैंक मोड़ थाना ले गयी और जप्ती सूची बनाकर अपने साथ ले गयी.
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कर्नाटक से पहुंचे डॉ प्रेमा के मायके से लोग
डॉ प्रेमा हाजरा के मायके कर्नाटक से उनकी बहनें भाई, भतीजी एवं अन्य रिश्तेदार अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. डॉ प्रेमा की बहन मेधना ने बताया जब हमें घटना की सूचना दी गयी तो हमें विश्वास नहीं हुआ. यहां आकर जब बहन को देखा तो हम रो पड़े. हमारी बहन बहुत खुशमिजाज, हर दिल अजीज थी. हमारे बच्चों ने एक साथ माता-पिता दोनों को खो दिया है.