धनबाद में कचरे का संकट बरकरार, शहरों के गली मुहल्लों में 20 दिनों से नहीं हुई सफाई
धनबाद नगर निगम के दस ट्रैक्टर व रैमकी के 22 टीपर से शहर का कचरा उठाया जा रहा है. साहब के मुहल्ले, मेन रोड व मार्केट एरिया में सफाई की जा रही है.
कचरा पर किचकिच जारी है. जिला प्रशासन व नगर निगम के सारे दावे फेल हो गये. मंगलवार को भुतगढ़िया (बोर्रागढ़) में पुलिस के साथ कचरा फेंकने गये रैमकी के कर्मियों को लोगों ने भगा दिया. बिना कचरा फेंके गाड़ी वापस लौट गयी. दूसरी ओर शहर में आज आंशिक सफाई हुई, शहर के मुख्य सड़क व मार्केट एरिया में सफाई के नाम पर खानापूर्ति की गयी. कचरा फेंकने का संकट बरकरार है. शहर के गलि-मुहल्लों में पिछले 20 दिनों से सफाई नहीं हुई. घर-घर में कचरा डंप पड़ा है, जो स्थिति बनती जा रही है. जल्द सफाई नहीं हुई तो महामारी से इंकार नहीं किया जा सकता है.
निगम के 10 ट्रैक्टर व रैमकी के 22 टीपर से उठाया जा रहा कचरा : नगर निगम के दस ट्रैक्टर व रैमकी के 22 टीपर से शहर का कचरा उठाया जा रहा है. साहब के मुहल्ले, मेन रोड व मार्केट एरिया में सफाई की जा रही है. गली-मुहल्ला में न तो नगर निगम का ट्रैक्टर पहुंच रहा है और न ही रैमकी का टीपर.
सड़ रहा घरों में रखा कचरा :
कई इलाके ऐसे हैं, जहां से कचरा का उठाव नहीं हुआ है. वहां के लोगों ने बताया कि कचरा उठाने वाली गाड़ी आ नहीं रही है. इस वजह से घर का कचरा अब सड़ने लगा है.
कचरा का हर दिन निष्पादन होना चाहिए. कचरा को एक जगह रखना खतरनाक है. इसमें बरसात का पानी लगने से कई तरह के विषाणु पैदा होने लगते हैं, जो शरीर के लिए हानिकारक है. इससे महामारी का खतरा भी पैदा हो सकता है.
डॉ चंद्रभानु प्रतापन, सिविल सर्जन
विधायक पूर्णिमा ने भी पहुंच कर जतायी आपत्ति
बस्ताकोला. झरिया के प्योर बोर्रागढ़ सीआइएसएफ कैंप के समीप जंगल के बीच धनबाद नगर निगम द्वारा कचरा डंपिंग किये जाने का एक बार फिर मंगलवार को स्थानीय लोगों ने विरोध किया. नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार प्रशासन व निगम की टीम के साथ कचरा वाहनों, पेलोडर लेकर कचरा डंपिंग के लिए पहुंचे थे, तभी स्थानीय लोग पेलोडर को रोक कर नारेबाजी करने लगे.
इधर सूचना पर झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह भी मौके पर पहुंचीं. विधायक श्रीमती सिंह ने सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार को कहा कि यहां कचरा डंपिंग से यहां के पेड़-पौधों के साथ पर्यावरण को भी काफी नुकसान पहुंचेगा. साथ ही इसके बगल में बीसीसीएल का मैगजीन घर भी है. कचरा से निकलने वाली गैस से मैगजीन घर में रखे विस्फोटक से जानमाल को भी खतरा हो सकता है.
झरिया की जनसंख्या बहुल क्षेत्र को छोड़ कर नगर निगम जनता को विश्वास में लेकर नियमानुसार कचरा डंपिंग करे, तो किसी को कोई परेशानी नहीं होगी. उसके बाद निगम की टीम बिना कचरा डंपिंग किये वापस लौट गयी. बता दें कि यहां कचरा डंपिंग को लेकर तीन दिनों से स्थानीय लोगों व नगर निगम के अधिकारियों के बीच गतिरोध चल रहा है.