संवाददाता, धनबाद,
चैत्र नवरात्र के नौवें दिन बुधवार को घर-घर में कन्याओं का पूजन किया गया. कन्याओं को भोज कराने के बाद उपवास रखने वाले देवी भक्तों ने व्रत का परायण किया. वहीं देवी मंदिरों में नवरात्र के अंतिम दिन माता के दर्शन को श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. मां की आराधना और उपासना का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा. घरों व मंदिरों में हवन-पूजन कर पूर्णाहुति दी गयी. मां सिद्धिदात्री की आराधना की गयी : सुबह जल्दी उठकर देवी भक्तों व व्रतियों ने माता सिद्धिदात्री का आह्वान किया. विधिवत हवन-पूजन किया. नौ दिन तक व्रत रखने वाले देवी भक्तों ने अपने घरों पर आमंत्रित कन्याओं का स्वागत और पूजन कर भोजन कराया. श्रद्धानुसार कन्याओं को दक्षिणा व उपहार भी भेंट किये.
मंदिर में सुबह से ही लगी रही भीड़ :
शक्ति मंदिर में माता ने लाल वस्त्र व लाल फूलों से सजे दरबार में दर्शन दिया. श्रद्धालुओं के बीच में 250 किलोग्राम के दूध से बने खीर का वितरण किया गया. वहीं संध्या के समय में 150 किलोग्राम बुंदिया बांटी गयी.
भूईफोड़ मंदिर में भंडारा का हुआ आयोजन :
भूईफोड़ मंदिर में भंडारा का आयोजन किया गया. भारत सेवाश्रम संघ की ओर से आयोजित 65वां श्रीश्री बसंती दुर्गा पूजा महोत्सव के दौरान सुबह में विधिवत पूजा, हवन किया गया. वहीं दोपहर 12.30 बजे से भंडारा शुरू हुआ, जो शाम 7.30 बजे आरती के साथ सम्पन्न हुआ. करीब पांच हजार लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया है.